Join us on a literary world trip!
Add this book to bookshelf
Grey
Write a new comment Default profile 50px
Grey
Subscribe to read the full book or read the first pages for free!
All characters reduced
अमैंडा और खोया हुआ वक़्त - cover

अमैंडा और खोया हुआ वक़्त

Shelley Admont, KidKiddos Books

Publisher: KidKiddos Books

  • 0
  • 0
  • 0

Summary

बच्चों की इस किताब में, आप अमैंडा नाम की एक लड़की से मिलते हैं, जिसे अपना समय बर्बाद करने की आदत है। फिर एक दिन, कुछ ऐसा जादुई होता है की आखिरकार अमैंडा को यह अहसास हो जाता है, कि हमारे पास सबसे कीमती चीज़ है - वक़्त या समय, और अगर हमने एक बार उसे बर्बाद कर दिया, तो फिर हम उसे हमेशा के लिए खो देते हैं। अपने खोए हुए वक़्त को वापस पाने के लिए, अमैंडा एक अनोखी यात्रा पर निकल पड़ती हैं और अपने समय का बुद्धिमानी से उपयोग करना सीख जाती है।
Available since: 01/20/2023.
Print length: 34 pages.

Other books that might interest you

  • कविताओं की साझा डायरी - cover

    कविताओं की साझा डायरी

    डॉ.(इंजी.)आज़ाद जैन,...

    • 0
    • 0
    • 0
    डॉ.(इंजी.)आज़ाद जैन तथा डॉ.(आर्कि)आशा जैन की कविताओं की साझा डायरी सुनिए मृद्वीका के साथ
    Show book
  • कालू कागा - cover

    कालू कागा

    कृतिका गुप्ता

    • 0
    • 0
    • 0
    आशीष गुप्ता की बच्चों के लिए लिखी गई ज्ञान वर्धक एवं मनोरंजक कहानी कालू कागा
    Show book
  • Safalta Chutkiyon ki Baat - cover

    Safalta Chutkiyon ki Baat

    Neeraj Kumar

    • 0
    • 0
    • 0
    सफलता की यह चिंगारी हम सभी के अंदर मौजूद है। मुझमें, आपमें, दुनिया के हर इंसान में सफलता कि यह चिंगारी मन के किसी एक कोने में मौजूद होती है। 
    इसी चिंगारी को आग बनाने के लिए आवश्यक तत्वों को जानिये नीरज कुमार की पुस्तक सफलता चुटकियों की बात में।
    Show book
  • प्रेम के रंग होली के संग - cover

    प्रेम के रंग होली के संग

    Neera K. Loveolyn

    • 0
    • 0
    • 0
    "प्रेम के रंग, होली के संग" – इस कविता में कवियित्री "नीरा क. लवओलिन" ने प्रेम के विविध रंगों को बखूबी संजोया है। होली के रंगों के साथ प्रेयसी अपने प्रेमी के हर रंग में रंगना चाहती हैI हर रंग प्रेम की एक अनोखी अनुभूति, समर्पण और मिलन की गहराइयों को दर्शाता है—चाहत की लाली, विरह की नीलिमा, समर्पण की शुद्धता और प्रेम की अनंतता।  
    यह सिर्फ एक कविता ही नहीं, बल्कि एक ऐसी अभिव्यक्ति है जिसमें रूह हर रंग को अपने में समाहित कर लेती है और प्रेम ही एकमात्र सच्चाई बन जाता है। 
    आप निश्चय ही इस कविता को पढ़कर भावविभोर हो उठेंगे और प्रेम के अलौकिक जादू में खो जाएँगे।
    Show book
  • केतु वाले - cover

    केतु वाले

    Ashok

    • 0
    • 0
    • 0
    साधना 
    तुम्हारे भीतर साधना का अभाव नहीं था बस तुम अनजान रहे अपनी शक्तियों के प्रति। याद करो तुम ही बो केतु वाले हो उम्र 40 की होने ke बाद पता चलता है की jeevan ke लिए क्या आवश्यक है। परंतु ketu wale bachpan में ही यह jaan जाते हैं केतु का कोई अस्तित्व नहीं था यह तो राहु नामक राक्षस के शरीर का गर्दन से निचला हिस्सा है। इसके पास सिर नहीं है इसलिए बुद्धि भी नहीं है। परंतु हृदय है इसलिए यह एक भक्त है
    Show book
  • Pachchtava - cover

    Pachchtava

    Dharmendra Mishra

    • 0
    • 0
    • 0
    Story Summery: 
    विदूषक ने दोस्त सम्पाती का साथ छोड़ दिया और इंसानों की बस्ती की ओर चल पड़ा। वहाँ चारों ओर हरे-भरे पेड़, स्वादिष्ट फल और रंग-बिरंगे बाग़-बग़ीचे थे। विदूषक को लगा – यही तो असली सुख है! 
    लेकिन जिन बंदरों के साथ वह पहुँचा था, वे पहले से इंसानों की चालाकियों से परिचित थे। वे सब तो सुरक्षित निकल गए, मगर बेचारा विदूषक फँस गया। इंसानों ने डंडों और लाठियों से उस पर हमला कर दिया। उसका पैर टूट गया। 
    अब न तो दोस्त रहे और न ही जीने का सहारा… अकेला विदूषक एक वृक्ष के खोखल में पड़ा अपनी आख़िरी साँसों की प्रतीक्षा करने लगा।
    Show book