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भाग्य ट्विस्टर - वेन गैम की कहानी - cover

भाग्य ट्विस्टर - वेन गैम की कहानी

Owen Jones

Publisher: Tektime

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Summary

वेन का जन्म उत्तरी वेल्स के एक सुदूर खेत में एक जंगली, तूफानी रात में हुआ था। परिवार चाहता था कि उसकी डिलीवरी अस्पताल में हो क्योंकि वह बड़ा होने वाला था और ग्विनेड का पहला बच्चा था, लेकिन उसकी माँ और दादी रियानोन ने सोचा कि यह बहुत खतरनाक हो सकता है। परिवार की बाइबिल के अनुसार, उनके सभी परिवार 324 वर्षों के लिए फार्म, द ड्रैगन्स गार्डन में पैदा हुए थे - और वे सभी या तो चुड़ैल या जादूगर थे ...
PUBLISHER: TEKTIME
Available since: 06/30/2023.

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    नागपूजा - मुंशी प्रेमचंद की लिखी कहानी - Naag Pooja - A Story by Munshi Premchand 
    "नागपूजा" मुंशी प्रेमचंद की एक अनोखी और प्रेरणादायक कहानी है, जो भारतीय समाज की परंपराओं और विश्वासों को उजागर करती है। यह कहानी इंसानी भावनाओं और सांस्कृतिक धरोहर के बीच के संबंध को गहराई से दिखाती है।  
    🔸 कहानी का नाम: नागपूजा  
    🔸 लेखक: मुंशी प्रेमचंद  
    🔸 मुख्य विषय: परंपरा, आस्था, और मानवीय संवेदनाएं  
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    ग्रामीण भारत की संस्कृति और परंपराओं का चित्रण  
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    मुंशी प्रेमचंद (1880-1936) हिंदी और उर्दू साहित्य के एक महान लेखक थे। उनका असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था, लेकिन वे प्रेमचंद के नाम से प्रसिद्ध हुए। उनका जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी के निकट लमही गांव में हुआ था। प्रेमचंद ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं और संघर्षों को उजागर किया।  
    प्रेमचंद की प्रमुख कृतियों में 'गोदान', 'गबन', 'निर्मला', 'सेवासदन', 'रंगभूमि' और 'कफन' शामिल हैं। उनकी कहानियाँ और उपन्यास समाज के निम्न और मध्यम वर्ग की जिंदगी की सजीव तस्वीर प्रस्तुत करते हैं। वे सामाजिक न्याय, नैतिकता और मानवीय मूल्यों के पक्षधर थे। प्रेमचंद का साहित्य सरल भाषा, मार्मिक शैली और यथार्थवादी दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने हिंदी साहित्य को एक नई दिशा दी और इसे जनसाधारण के करीब लाया। 8 अक्टूबर 1936 को उनका निधन हो गया, लेकिन उनका साहित्य आज भी प्रेरणादायक है और हिंदी साहित्य का अमूल्य हिस्सा है।
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    Chaudhvin Ka Chand - Saadat Hasan Manto - चौदहवीं का चाँद – सआदत हसन मंटो 
    🎧 "Chaudhvin Ka Chand" by Saadat Hasan Manto is a timeless Urdu love story that reflects the emotional depth, moral complexities, and psychological tensions of its characters. Known for his brutally honest storytelling and psychological realism, Manto presents a gripping tale where love, identity, and societal expectations collide. 
    The story follows a man caught between forbidden love and cultural values, leading to a deep internal conflict that resonates with listeners even today. Manto’s masterful narration brings out emotional vulnerability, passion, and introspection, making this short story not only relatable but also hauntingly powerful. 
    This Hindi audiobook preserves Manto’s intense narrative style while making it accessible to modern listeners. If you are a fan of Urdu literature, emotional stories, or classic Hindi audiobooks, Chaudhvin Ka Chand is a must-listen. 
    लेखक के बारे में:  
    सआदत हसन मंटो (11 मई 1912 – 18 जनवरी 1955)  
    सआदत हसन मंटो उर्दू लेखक थे, जो अपनी लघु कथाओं के लिए प्रसिद्ध हुए। कहानीकार होने के साथ-साथ वे फिल्म और रेडिया पटकथा लेखक और पत्रकार भी थे।  
    वह प्रसिद्ध उर्दू कहानीकार थे। उनकी कहानियाँ हैं ; टोबा टेक सिंह, बू, ठंडा गोश्त, खोल दो । मंटो के बाईस कहानी संग्रह, पाँच रेडियो नाटक संग्रह, एक उपन्यास, तीन निजी स्कैच संग्रह और तीन लेख संग्रह छपे हैं। उनकी रचनायें हैं: आतिशपारे; मंटो के अफसाने; धुआँ; अफसाने और ड्रामे; लज्जत-ए-संग; सियाह हाशिए; बादशाहत का खात्मा; खाली बोतलें खाली डिब्बे; लाउडस्पीकर (सकैच); ठंडा गोश्त; सड़क के किनारे; यज़ीद; पर्दे के पीछे; बगैर उन्वान के; बगैर इजाजत; बुरके; शिकारी औरतें; सरकंडों के पीछे; शैतान; ‘रत्ती, माशा, तोला’; काली सलवार; नमरूद की ख़ुदायी, गंजे फ़रिशते (सकैच), मंटो के मज़ामीन, सड़क के किनारे, मंटो की बेहतरीन कहानियाँ।
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  • Saubhagya Ke Kode - Munshi Premchand Ki Kahani - सौभाग्य के कोड़े - मुंशी प्रेमचंद की कहानी - cover

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    सौभाग्य के कोड़े - मुंशी प्रेमचंद की कहानी - Saubhagya Ke Kode - Munshi Premchand Ki Kahani 
    मुंशी प्रेमचंद की कहानी 'सौभाग्य के कोड़े' एक गहरी सामाजिक और मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत रचना है। यह कहानी उस संघर्ष और दर्द को उजागर करती है, जो अक्सर सौभाग्य की छवि के पीछे छिपा होता है। प्रेमचंद ने अपने अद्वितीय शैली में समाज और रिश्तों की विडंबनाओं को सजीव रूप में प्रस्तुत किया है। 
    'सौभाग्य के कोड़े' के माध्यम से प्रेमचंद यह दर्शाते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ और संघर्ष अक्सर हमें मजबूत बनाते हैं और सही राह दिखाते हैं। यह कहानी आपको आत्मचिंतन करने और समाज की गहरी परतों को समझने की प्रेरणा देगी।  
    🔸 कहानी का नाम: सौभाग्य के कोड़े  
    🔸 लेखक: मुंशी प्रेमचंद  
    🔸 शैली: सामाजिक, यथार्थवादी  
    🔸 मुख्य विषय: संघर्ष, सौभाग्य, और जीवन की सच्चाइयाँ  
    🔸 मुख्य पात्र: समाज के विभिन्न चरित्र  
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    सौभाग्य और संघर्ष का यथार्थ  
    समाज की गहरी विडंबनाएँ  
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    मुंशी प्रेमचंद की अद्वितीय लेखनी 
    मुंशी प्रेमचंद (1880-1936) हिंदी साहित्य के ऐसे स्तंभ थे जिन्होंने अपनी कलम से समाज के सजीव चित्र प्रस्तुत किए। उनका असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था, लेकिन "प्रेमचंद" के नाम से वे जन-जन के लेखक बन गए। उनकी कहानियाँ जैसे "ईदगाह" और "कफन" आम इंसान के संघर्ष, भावनाओं और संवेदनाओं का दर्पण हैं। प्रेमचंद ने गरीबों, किसानों और मजदूरों के दुःख-दर्द को अपनी कहानियों में ऐसा उकेरा कि पाठक उनके पात्रों के साथ जीने लगते हैं। उनके उपन्यास "गोदान" और "गबन" समाज में सुधार और समानता का संदेश देते हैं। आज भी उनकी रचनाएँ हमें जीवन के गहरे अर्थों से रूबरू कराती हैं।
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  • Atithi - A Story by Rabindranath Tagore - अतिथि - रविंद्रनाथ टैगोर की कहानियाँ - cover

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    Atithi - A Story by Rabindranath Tagore - अतिथि - रविंद्रनाथ टैगोर की कहानियाँ 
    "यह कहानी तारापाड़ा के एक किशोर लड़के की है। जो अपनी माँ और बड़े भाई के साथ बंगाल के एक गाँव में रहता है। उनके गुस्से के कारण, वह अक्सर घर से कई दिनों के लिए दूर भागता रहता है। उसके पास एक भटकने की लालसा है, जो उसे भटकने वाले खिलाड़ियों, संगीतकारों और कलाबाजों के समूहों में शामिल करती है। अपनी अंतिम उड़ान में वह एक धनी अभिजात मोती बाबू से मिलता है फिर आगे क्या होता हैं कहानी में सुनते हैं।" 
     "दोस्तों, हम सुनेंगे रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा लिखी गयी लघु कथाएं और कहानियाँ । रविंद्रनाथ एक ऐसा व्यक्तित्व हैं, जिन्हें शब्दों में बयां करना बहुत ही कठिन है। रविंद्र नाथ टैगोर जिनके बारे में कुछ भी बताने के लिये, शब्द कम पड़ जायेंगे। वह एक ऐसे अद्भुत प्रतिभा के धनी थे, जिनके सम्पूर्ण जीवन से, एक प्रेरणा ली जा सकती है। वह एक ऐसी छवि हैं जो अपने जन्म से लेकर मत्यु तक, कुछ ना कुछ सीख देकर जाती है। इस शो में हम उनकी लिखी कुछ कहानियाँ आपको सुनाएंगे। आशा है की आपको यह कहानियाँ जरूर अच्छी लगेंगी ।"गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर परिचय 
    "दोस्तों, गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर जी विख्यात बांग्ला कवि, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, नाटककार, निबंधकार और चित्रकार थे। वे साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले गैर यूरोपीय व्यक्ति थे और उनके द्वारा लिखे गए तकरीबन 2220 को रविंद्र गीत कहा जाता है। जो बंगाली संस्कृति का एक अभिन्न अंग है। इनके कुछ महत्वपूर्ण गीतों में भारत और बांग्लादेश के राष्ट्रगीत शामिल है।"
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  • लॉटरी - मुंशी प्रेमचंद की कहानी - Lottery - A Classic Story by Munshi Premchand - cover

    लॉटरी - मुंशी प्रेमचंद की कहानी...

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    लॉटरी - मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Lottery - A Classic Story by Munshi Premchand 
    "लॉटरी" मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध व्यंग्य कहानी है, जो मानव स्वभाव, लालच और भाग्य की गहराई को उजागर करती है। सुनें हिंदी साहित्य की इस कालजयी रचना को और जानें प्रेरणादायक संदेश। 
    प्रेमचंद की कहानी 'लॉटरी' मानव स्वभाव, भाग्य के प्रति आसक्ति और त्वरित सफलता की चाहत पर एक मनोरंजक और व्यंग्यात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। इस कहानी में प्रेमचंद ने यह दिखाया है कि कैसे लॉटरी जैसे साधन लोगों के मन में लालच और भ्रम पैदा कर सकते हैं और इसका असर उनके जीवन पर पड़ता है। 'लॉटरी' न केवल मनोरंजक है, बल्कि यह हमें सिखाती है कि मेहनत और ईमानदारी से अर्जित सफलता ही स्थायी होती है। हिंदी साहित्य प्रेमियों के लिए यह कहानी मुंशी प्रेमचंद की व्यंग्यात्मक लेखनी का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसे अवश्य सुनें और अपने विचार साझा करें।  
    🔸 कहानी का नाम: लॉटरी  
    🔸 लेखक: मुंशी प्रेमचंद 
     🔸 शैली: व्यंग्यात्मक, सामाजिक  
    🔸 मुख्य विषय: लालच, भाग्य, और मेहनत का महत्व 
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     🌟 कहानी के मुख्य बिंदु: भाग्य और मेहनत का अंतर लालच और उसके परिणाम मुंशी प्रेमचंद की व्यंग्यात्मक शैली समाज के स्वभाव का यथार्थ चित्रण 
    मुंशी प्रेमचंद (1880-1936) हिंदी साहित्य के ऐसे स्तंभ थे जिन्होंने अपनी कलम से समाज के सजीव चित्र प्रस्तुत किए। उनका असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था, लेकिन "प्रेमचंद" के नाम से वे जन-जन के लेखक बन गए। उनकी कहानियाँ जैसे "ईदगाह" और "कफन" आम इंसान के संघर्ष, भावनाओं और संवेदनाओं का दर्पण हैं। प्रेमचंद ने गरीबों, किसानों और मजदूरों के दुःख-दर्द को अपनी कहानियों में ऐसा उकेरा कि पाठक उनके पात्रों के साथ जीने लगते हैं। उनके उपन्यास "गोदान" और "गबन" समाज में सुधार और समानता का संदेश देते हैं। आज भी उनकी रचनाएँ हमें जीवन के गहरे अर्थों से रूबरू कराती हैं। लॉटरी - मुंशी प्रेमचंद की कहानी |
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