आध्यात्मिक प्रतिबिम्ब - जाग्रति और प्रबोधन के सन्दर्भ में एक प्रस्तुति पुस्तक
Ken Luball
Translator Yayati
Publisher: Tektime
Summary
“आध्यात्मिक प्रतिबिम्ब: जाग्रति और प्रबोधन के सन्दर्भ में एक पुस्तक”एक पुस्तक है कविताओं की, जिसमे निहित हैं २०० आधात्मिक कवितायेँ|इन कविताओं में वही प्रतिबिम्ब निहित है जो चार आध्यात्मिक उपन्यासों “जाग्रति की चतुश्मिति” में है, इसके अलावा अन्य कई ने इसे अभी तक प्रकाशित नहीं किया है| इन कविताओं का आधारभूत विषय आध्यात्मिकता है, जिसमे प्रत्येक दृष्टांत “जाग्रति” और “प्रबोधन” के अलग पहलू के रूप में है| वे धार्मिक नहीं हैं, बल्कि वे आध्यात्मिक ज्ञान के बारे में दैनिक आध्यात्मिक प्रतिबिंब हैं। आध्यत्मिकता वह विश्वास है जिसमें माना जाता है प्रत्येक जीवन में ईश्वर (एक प्राण या आत्मा) का अंश है, इसकी वजह से, प्रत्येक जीवन महत्त्वपूर्ण, समान और योजित है| जागृति की चतुश्मिति की चार पुस्तकें और इस आध्यात्म प्रेरित कविता संग्रह की रचना करने के पीछे मेरा उद्देश्य है, दूसरों को जाग्रत करने में उनकी सहायता करने की कोशिश करना, जो जाग्रत हैं, पूरी तरह से प्रबोधन(आत्मज्ञान) को समझते हैं, अतः जीनकाल में उनकी यात्रा सम्पूर्ण तरीके से साधित हो सकती है|
