अपना आदतें बदलिये -अपना जीवन बदलिये - वह व्यक्ति बनिए जो आप - हमेशा से होना चाहते थे
John S. Lawson
Publisher: John S. Lawson
Summary
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Publisher: John S. Lawson
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मास्टर ऑफ गुड हैबिट अच्छी आदतों के धनी कैसे बनें आपकी कौनसी लत आपको बैचेनी की अदालत में खड़ा करती है? देखा जाए तो इस अदालत में जज द्वारा फैसला सुनाने से पहले ही आप अपनी गलत आदतों की वजह से बैचेन रहने की सजा भुगत रहे हैं। इसका एक कारण है बेहोशी को अपने वकील के रूप में चुनना।आपका जीवन ही आपका जज है, जो बता रहा है कि कौनसी आदतोंसे आपका विकास हो रहा है या पतन। यदि आप बैचेनी भरी आदतों के इस जेल से आज़ाद होना चाहते हैं तो इस पुस्तक द्वारा: * ब्रेनरिवायरिंग के ज़रीए नई आदतें बनाने का तरीका जानें। * पुरानी ब्रेन वायरिंग के साथ नई आदतों की रिवायरिंग करें। * होश बढ़ाकर आदतों का दर्शन करें। * मनन द्वारा गलत आदतों की व्यर्थता पहचानें। * छोटे-छोटे कदम उठाकर बड़ी आदतों पर प्रहार करें। * नई आदतों को विकसित करने की प्रेरणा पाएँ। * कामयाब लोगों की आदतों को अपनाएँ। अब वक्त आया है बैचेनी भरी आदतों को छो़डने का। इस पुस्तक को हाथ में लेकर कसम खाएँ कि ‘हम गलत आदतों को छोड़, अच्छी आदतों को अपनाएँगे।’ जो अब आसान है।Show book
बेहतरीन जीवन जीने की कला या प्रयास जीने के लिए तो हर कोई जीता है लेकिन एक जीवन ऐसा भी होता है, जो हमें ऊँचाइयों की ओर ले जाता है। एक सात मंज़िली ऊँची बिल्डिंग में पहली मंज़िल पर रहनेवाला इंसान वह नहीं देख पाता, जो सातवीं मंज़िल पर रहनेवाला देख पाता है। समझ (चेतना) के साथ भी ऐसा ही होता है। जैसी हमारी समझ होती है, दुनिया वैसी ही दिखाई देती है। यदि यकीन न हो तो पुस्तक के मुख्यपृष्ठ और इसी पृष्ठ पर ऊपर दिए गए चित्र को गौर से देखें। हर किसी को उसकी चेतना अनुसार चित्र में अलग-अलग आकार और रूप दिखाई देंगे। आगे जैसे-जैसे समझ बढ़ती जाती है, वैसे ही जीवन को देखने का दृष्टिकोण भी बदलते जाता है। इसलिए इस समय आपकी चेतना किसी भी स्तर पर हो, उसे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यही प्रयास आपको बेहतर जीवन की ओर ले जाएगा। क्या आप बेहतरीन और सच्चा जीवन जीना चाहते हैं? अगर ‘हाँ’ तो इस पुस्तक में आप चेतना क्या है और चेतनाशक्ति बढ़ाने के तरीके क्या हैं, ये जान लें। ये तरीके रोज़मर्रा के जीवन में आपके काम आऍँगे और आपके जीवन को बेहतर बनाकर, सच्चा सुख देंगे।Show book
दुःख की समझ, दुःख का इलाज क्या वाकई जिसे हम दुःख समझते हैं, वह दुःख है? अगर यह सवाल अपने आपसे पूछा जाय तो आपके पचास प्रतिशत दुःख तुरंत समाप्त हो जायेेंगे, अभी इसी वक्त क्योंकि दुःख की समझ ही दुःख का इलाज है! इंसान बचपन से ही जीवन के हर मोड पर दुःख का अनुभव करता है। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी के दुःख अलग-अलग होते हैं। हर दुःख का इलाज इस पुस्तक में बताया गया है। इंसान को दुःख क्यों होता है, किन कारणों से दुःख होता है और इन दुःखों से हमेशा के लिए मुक्ति पाने की दवा भी इस पुस्तक में बताई गई है। आइए, जानें अपने दुःख की दवा क्या है- 1. दुःख का स्थान भूत और भविष्य में है इसलिए हमेशा वर्तमान में रहना सीखें। 2. हर एक को अपना दुःख बताना बंद करें, इससे दुःख कम नहीं होगा बल्कि और बढ़ेगा। 3. जब भी दुःख आए तो कहें, ‘इस समय मेरे मन में दुःख के विचार पास हो रहे हैं।’ 4. जब भी दुःख आए तब प्रार्थना करें और प्रार्थना में हमेशा सकारात्मक और भक्तियुक्त शब्द कहें। 5. जिस भी ईश्वर में, अल्लाह में आपका विश्वास हो, उस ईश्वर के सामने हर दिन सुबह अपनी सफलताएँ, अपने रिश्तेदार, अपने दुःख एक साथ रख दें यानी इनका भोग लगायें।Show book
इस किताब में, आपको एक आसान 7-दिवसीय भोजन योजना मिलेगी जिसमें 3 आसान व्यंजनों का पालन करना, स्वादिष्ट व्यंजन प्रतिदिन बनायें! इसके अलावा, बोनस के रूप में 4 शानदार व्यंजन भी हैं! पुरानी इंफ्लेमेशन एक आम, अपरिचित स्वास्थ्य समस्या है। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, हाइड्रोजनीकृत वसा और परिष्कृत शर्करा से भरे आहार का सेवन, इंफ्लेमेशन शरीर की संतुलन बनाए रखने की क्षमता पर विपरीत असर डालती है। आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली उस असंतुलन को ठीक करने की कोशिश में तैयार रहती है। नतीजा यह है कि आप बुरा महसूस कर रहे हैं! पुराने जोड़ों का दर्द, पेट में दर्द, ऐंठन, थकान, अवसाद और सामान्य समग्र अस्वस्थता सभी को पुरानी इंफ्लेमेशन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। आपका शरीर एक सही संतुलन बनाए रखने के लिए है। जब शरीर में पुरानी इंफ्लेमेशन मौजूद होती है तो यह शरीर को संतुलन को बिगाड़ देती है। आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए लगातार ट्रिगर होते हैं। उस बढ़ी हुई प्रतिरक्षा स्थिति का परिणाम इंफ्लेमेशन है। यह समय के साथ बनता है और आपकी कोशिकाओं की ठीक से काम करने की क्षमता को कम करता है। यह एक दुष्चक्र है जो गतिहीन जीवन शैली, मोटापा, धूम्रपान और खराब आहार से बढ़ता है। आप इस प्रक्रिया को रोक सकते हैं और उलट सकते हैंइंफ्लेमेशन को रोकने में मदद करने वाले इंफ्लेमेशन-रोधी भोजन को शामिल करने के लिए अपने आहार में बदलाव करना आपके शरीर को ठीक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहला कदम है। समय के साथ, आपका शरीर जैसे ही एक स्वच्छ, एंटी इंफ्लेमेटरी आहार अपनाते हैं, आपका शरीर पुरानी इंफ्लेमेशन से निर्मित विषाक्त पदार्थों से खुद को ठीक कर लेगा। आप केवल स्वच्छ, आसान आहार का पालन करके इस चक्र को तोड़ सकते हैं। जल्द ही, आपको कम दर्द होना शुरू हो जाएगा, अधिक ऊर्जा मिलेगी, और आप समग्र रूप से बेहतर महसूस करेंगे! आपकी योजना में चिकन पेस्टो पिज्जा, केला ओट मफिन, फिश टैकोस और 2 अद्भुत, एंटी इंफ्लेमेटरी स्मूदी जैसे अद्भुत व्यंजन शामिल होंगे।Show book
ये कहानी निःस्वार्थ प्रेम के शुद्ध रूप को प्रतिनिधित्व करती है इस कहानी के प्रमुख किरदारों की ये दास्ताँ एक ऐसी प्रेम कथा है, जहाँ वे एक दूसरे के होते हुए भी कभी एक न हो सके ये कहानी एक से ज्यादा प्रेम की दस्तानों को समेटे हुए है जहाँ एक तरफ कहानी के मुख्य पात्र, बिना एक दुसरे से मिले ही, अपना मन एक दुसरे पे हार बैठे कैसे सिलसिले बने, और उनके प्रेम की परिणति क्या हुई वहीं दूसरी ओर प्रेम का दूसरा स्वरुप दिखाया गया है, जहाँ अलगाव के दिनों में मुख्य पात्र को निश्छल प्रेम के द्वारा कैसे संबल प्रदान किया गया यह कहानी मानवीय संवेदनाओं को अच्छी तरह परिभाषित करती है कहानी के तीनों किरदार आकाश, अवनि और सखी के मध्यम से, प्रेम के बिभिन्न रूपों को सामने रखकर ये कहने की कोशिश की गयी है कि, प्रेम अगर बिखर भी जाए तो वह प्रेम ही रहता हैShow book
संतुलित जीवन का राज़ एक सर्वेक्षण में जब लोगों से यह पूछा गया कि वे अहंकारी जीवन जीना चाहेंगे या गौरवशाली? तब 98 प्रतिशत लोगों ने गौरवशाली जीवन जीने का चुनाव किया। इसके बावजूद अकसर लोग इसमें खुद को असफल होते हुए देखते हैं। यह पुस्तक हमारे सामने गौरवशाली जीवन के रहस्य खोलती है। इस पुस्तक में हम जानेंगे- - गौरवशाली जीवन क्या है? - ऐसा जीवन जीने में हम असफल क्यों हो जाते हैं? - वे सूक्ष्म गुण कौन से हैं, जो हमारे जीवन कोे गौरवशाली बनाते हैं? - वे कौन सी चीज़ें हैं, जो हमें गौरवशाली जीवन से दूर ले जा सकती हैं? - किन बातों का संतुलन हमारे जीवन को सफल बना सकता है? - दूसरों का जीवन गौरवशाली बनाने के लिए हम उनकी मदत कैसे कर सकते हैं? इसके अतिरिक्त इस पुस्तक में दो ध्यान पद्धतियाँ भी दी गई हैं, जो कठिन परिस्थितियों में हमें स्थिर और अचल रहने में मदत करती हैं। आइए, इस पुस्तक के साथ हम गौरवशाली जीवन जीने की ओर अपना पहला कदम उठाएँ।Show book