शिव से शिव तक - सब कुछ शिव से शुरू और ख़त्म होता है
Anshumala Singh
Narrator Vahinji
Publisher: Smita Singh
Summary
ऋषि वेदव्यास द्वारा वर्णित भगवान शिव की कथाएँ सृजन, संरक्षण और विनाश की गहन खोज प्रस्तुत करती हैं। इन कहानियों के माध्यम से, हम शिव के दिव्य पहलुओं में गहराई से उतरते हैं, और विध्वंसक और परिवर्तनकर्ता दोनों के रूप में उनकी भूमिका की खोज करते हैं। प्रत्येक अध्याय शिव की अपार शक्ति और ज्ञान के एक अलग पहलू को उजागर करता है, यह दर्शाता है कि कैसे उनके कार्य ब्रह्मांड को आकार देते हैं और उन लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं जो उनका आशीर्वाद चाहते हैं। इस पुस्तक में, "शिव से शिव: शांत आश्रम," हम हिंदू पौराणिक कथाओं के समृद्ध ताने-बाने के माध्यम से एक यात्रा पर निकलते हैं, जिसका मार्गदर्शन श्रद्धेय ऋषि वेदव्यास द्वारा किया जाता है। ब्रह्मांड के जन्म से लेकर सृजन और विनाश के अंतिम नृत्य तक, प्रत्येक अध्याय हमारे अस्तित्व को नियंत्रित करने वाले शाश्वत चक्र के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। सिद्धाश्रम की शांत सेटिंग, इसकी पूर्णिमा की रातें और पवित्र अनुष्ठान, इन कालातीत कहानियों के लिए पृष्ठभूमि के रूप में कार्य करते हैं। यात्रा सृष्टि के ब्रह्मांडीय नृत्य से शुरू होती है, जहाँ शिव की हरकतें ब्रह्मांड को जन्म देती हैं। हम पार्वती की अटूट भक्ति, दिव्य विवाह और उनके बच्चों, कार्तिकेय और गणेश के वीरतापूर्ण कार्यों की कहानी का अनुसरण करते हैं। प्रत्येक कहानी गहन शिक्षाओं और आध्यात्मिक सत्यों से जुड़ी हुई है, जो शिव के दोहरे स्वभाव को दर्शाती है, जो विध्वंसक और रूपांतरक दोनों हैं। जैसे-जैसे हम पुस्तक में आगे बढ़ते हैं, हमें बहुत महत्वपूर्ण कहानियाँ मिलती हैं - समुद्र मंथन, गंगा का अवतरण और नटराज का ब्रह्मांडीय नृत्य। ये कहानियाँ केवल ऐतिहासिक वर्णन नहीं हैं, बल्कि इनमें गहरे आध्यात्मिक अर्थ हैं जो हमारे अपने जीवन से मेल खाते हैं। त्रिपुरा के विनाश और अर्धनारीश्वर के निर्माण सहित अंतिम अध्याय ब्रह्मांड की स्थिरता के लिए आवश्यक सामंजस्यपूर्ण संतुलन पर जोर देते हैं।
Duration: about 3 hours (03:02:13) Publishing date: 2025-05-18; Unabridged; Copyright Year: — Copyright Statment: —

