Dark Reality of Society
Vijay Kumar
Narrador Monika Sogam
Editorial: Vijay Kumar
Sinopsis
यह किताब "Dark Reality of Society" (समाज की कड़वी सच्चाई) समाज में गहराई तक बैठे उन मिथकों, भ्रमों और रूढ़िवादी विचारों को उजागर करती है, जिन्हें हम अक्सर बिना सोचे-समझे सच मान लेते हैं। यह हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या वास्तव में हम एक आज़ाद सोच के साथ जी रहे हैं या केवल समाज द्वारा तय किए गए रास्तों पर चल रहे हैं।
Duración: alrededor de 3 horas (03:01:10) Fecha de publicación: 27/07/2025; Unabridged; Copyright Year: — Copyright Statment: —

