Rejoignez-nous pour un voyage dans le monde des livres!
Ajouter ce livre à l'électronique
Grey
Ecrivez un nouveau commentaire Default profile 50px
Grey
Abonnez-vous pour lire le livre complet ou lisez les premières pages gratuitement!
All characters reduced
ज़हरीली ज़मीन - cover

ज़हरीली ज़मीन

लॉरेल ए. रॉकफेलर

Maison d'édition: Laurel A. Rockefeller Books

  • 0
  • 0
  • 0

Synopsis

कॉर्पोरेट लालच। भ्रष्टाचार। महामारी। 


दक्षिणी शहर नान-ली में सबकुछ ठीक चल रहा था -- लेकिन तभी एक रहस्यमय महामारी ने शहर में डर और दुख फैला दिया। देवी एबेस कारा को इसका कारण ढूँढ कर इलाज खोजने का अपना कर्तव्य पता था, लेकिन इस बीमारी के साथ ही समय भी उनका दुश्मन बन गया था और इलाज खोजते हुए वे एक ख़तरनाक षड्यंत्र में फंसती चली गईं जो न सिर्फ़ उनकी जान लेने पर तुला था, बल्कि अगली कई पीढ़ियों तक अरबों लोगों की जान भी ले सकता था।
Disponible depuis: 20/12/2019.

D'autres livres qui pourraient vous intéresser

  • Premlahari - cover

    Premlahari

    Triloknath Pandey

    • 0
    • 0
    • 0
    प्रेमलहरी' इतिहास के बड़े चौखटे में कल्पना और जनश्रुतियों के धागों से बुनी हुई प्रेमकथा है. यह इतिहास नहीं है, न ही इसका वर्णन किसी इतिहास पुस्तक में मिलता है. लेकिन जनश्रुति में इस कथा के अलग-अलग हिस्से या अलग-अलग संस्करण अकसर सुने जाते हैं. इस प्रेम-आख्यान के नायक-नायिका हैं शाहजहाँ के राजकवि और दारा शिकोह के गुरु पंडितराज जगन्नाथ और मुगल शाहज़ादी गौहरआरा उर्फ लवंगी. मध्यकालीन इतिहास में हिन्दू-मुस्लिम प्रेम-आख्यान तो कई मिलते हैं, लेकिन किसी शाहज़ादी की किसी ब्राह्मण आचार्य और कवि से यह अकेली प्रेम कहानी है जो मुगल दरबार की दुरभिसन्धियों के बीच आकार लेती है.
    Voir livre
  • Shor - cover

    Shor

    Nishant Jain

    • 0
    • 0
    • 0
    शोर. अंतर्मन का कोलाहल या कहें की शून्यता, बाहर की अव्यवस्थित व्यवस्था से अलग, चिंतित मन का व्यथित लेकिन व्यवस्थित सुर है जो किसी भी इंसान को जीने की वजह भी देता है और जीने का उद्देश्य भी लेकिन आख़िर यह शोर पनपता ही क्यूँ है? कौन सही है, कौन गलत? कौन आज़ाद है, कौन क़ैद? अजीब सवालों के ऐसे बवंडर में ज़िंदगी उलझ जाती है कि हर कदम पर चौराहा आ जाता है। जब आस-पास देखते हैं तो लोग अपने लगते हैं लेकिन जब उनका हाथ पकड़ने की कोशिश करो तो ऐसा लगता है कि हाथ किसी ख्वाब से होकर गुजरा हो, एकदम खाली। उदास दिल बहुत कुछ करने की इज़ाज़त नहीं देता लेकिन वो ऐसे फैसले लेने को मजबूर कर देता है जो आप कभी लेना नहीं चाहते थे। यह कहानी कुछ ऐसे ही परिवारों की है जो साथ तो हैं लेकिन अपने बच्चों को समझने में नाकाम हो रहे हैं और कुछ बच्चे अपने माँ-बाप की परवरिश पर ही सवाल उठा रहे हैं। जिनको अपना समझकर जिम्मेदारी सौपीं वही विश्वासघात कर रहे हैं और कुछ कामयाबी के लिये कुछ भी कर गुजरने के लिये तैयार हैं।
    Voir livre
  • Dumchhalla "दुमछल्ला" - जिंदगी भी बस ऐसी ही है - cover

    Dumchhalla "दुमछल्ला" - जिंदगी...

    Nishant Jain

    • 0
    • 0
    • 0
    about the book जब इंसान अंदर से टूटता है तो वो अपनी बात समझाने के तरीके ढूँढने लगता है । और जब अंदर भावनाओं का ज्वार उठ रहा हो और सुनने वाला कोई न हो, तो वो खुद के लिए फैसलें लेता है । बेशक वो समाज की मान्यताओं में सही न हो लेकिन वो फिर भी अपने हक़ में फैसलें लेता है । यह कहानी है जागी आँखों से देखें जाने वाले सपनों की, उन अहसासों की, जिन्हें हम जीना चाहते हैं लेकिन जी नहीं पाते । उन अहसासों की जो जन्म तो लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद सिकुड़ जातें हैं । यह कहानी है भावनाओं से भरे 6 लोगों की, जिनमें प्यार, विश्वास, अपनापन तो है लेकिन एक-दूसरे को आज़ादी देने की हिम्मत नहीं है । किसी की एक गलती उन सभी की जिंदगी को उस मोड़ तक ले जाती है, जहाँ से कुछ भी ठीक कर पाना न नहीं था । दखल किसने, किसकी जिंदगी में दिया था, कह पाना मुश्किल है । नादानी, नासमझी या अपरिपक्वता, चाहे जो भी नाम दें लेकिन सवाल तो बस आज़ादी से ही जुड़ा था ।about the author आधे चार्टर्ड अकाउंटेंट और कभी पूरे स्टॉक ब्रोकर रहे निशान्त, आप सब की ही तरह, परिवार और रिश्तों तो अहमियत देते हैं लेकिन व्यक्तिगत आज़ादी भी इनके लिए उतनी ही महत्वपूर्ण है । इनसे बात करना आपको सुकून देता है लेकिन इनके विचार आपको भीतर तक परेशान कर सकते हैं, झकझोर सकते हैं । इन्हें शुरु से ही पढ़ने का काफी शौक है और कुछ-कुछ लिखते भी रहते हैं । इनकी लिखी कहानी “बायोलॉजिकल मदर” उनकी चर्चित कहानिओं में शुमार है । 2017 में एक बीमारी के बाद इन्होनें अपने पारिवारिक प्रकाशन में दिलचस्पी लेनी शुरु की और कम समय में ही उसे एक मुकाम पर स्थापित करने की दिशा में तेज़ी से अग्रसर हैं । जब भी इन्हें फुर्सत मिलती है तो शोर-शराबे से दूर, प्रकृति की एकांत गोद में खुद को महफूज़ रख लेते हैं ।
    Voir livre
  • Dwandwa Ek Prem Katha-द्वंद्व एक प्रेमकथा - cover

    Dwandwa Ek Prem Katha-द्वंद्व एक...

    Pravin Shantaram

    • 0
    • 0
    • 0
    द्वंद्व यह कथा दो प्रेमी की एक अनोखी कथा हैं| प्रेम किसीकी उम्र और रिश्ते का बंधन तोड सकता हैं, यह अनुचित वास्तविकता दिखाने का प्रयास लेखक नें किया हैं| जीवन के किसी मोड पर हमें प्रेम शाश्वत और श्रेष्ठ लगता हैं; और यही प्रेम का सर्वोच्च अविष्कार हैं| लेकीन यह अविष्कार गलत रिश्ते में आया तो शुरू होता हैं.....द्वंद्व और द्वंद्व..... 
    आशा हैं की आपको यह कथा अच्छी लगें|
    Voir livre
  • Best Seller - cover

    Best Seller

    Abhilekh Dwivedi

    • 0
    • 0
    • 0
    जीतने की जद्दोजहद में लोग क्या और कितना हार जाते हैं ये सफर के आखरी पड़ाव में और मंज़िल पर पहुँचने से पहले पता चल जाता है। लेकिन कुछ लोग इसे नजरअंदाज करना ही नियति बना लेते हैं। उनके साथ फिर वही होता है जो सादिक के साथ हुआ। आईना से प्यार और फिर शादी लेकिन इंटरनेशनल लेवल का बेस्टसेलर बनने की उसकी ख्वाहिश अभी पूरी नहीं हो रही थी। हिंदी ऑथर के लिए आसान है? आईना के पापा, प्रभात शेखावत खुद इंटरनेशनल बेस्टसेलर हैं तो फिर रास्ता आसान हो, शायद! शैलेष और अंशुल केसरी, पब्लिशिंग इंडस्ट्री के दो ऐसे दिग्गज जो किसी ऑथर का साथ दें, तो सब मुमकिन है। फिर इनमें से कौन साथ देगा सादिक का? क्योंकि बेस्टसेलर बनना हर तरीके से फायदे का सौदा होता है! क्या ये कहानी वाकई सादिक की है या किसी ऐसे शख्स की है जिसने बेस्टसेलर बनने का सबसे अलग रास्ता चुना? पढ़िये और बताइए कि बेस्टसेलर कौन बना!
    Voir livre
  • क्रिसमस प्रलोभन - cover

    क्रिसमस प्रलोभन

    Dawn Brower

    • 0
    • 0
    • 0
    क्रिसमस टेम्पटेशन नोवाक स्प्रिंग्स में प्रत्येक जोड़े पर एक नज़र है और वे कैसे कर रहे हैं जब वे प्रत्येक को हमेशा के लिए खुश पाते हैं। उनके साथ स्मृति लेन में यात्रा करें और उन चीजों का अनुभव करें जो अभी भी उन्हें लुभाती हैं - खासकर क्रिसमस के समय
    Voir livre