Rejoignez-nous pour un voyage dans le monde des livres!
Ajouter ce livre à l'électronique
Grey
Ecrivez un nouveau commentaire Default profile 50px
Grey
Abonnez-vous pour lire le livre complet ou lisez les premières pages gratuitement!
All characters reduced
ड्रग माफिया की काली दुनिया की कहानियाँ - cover

ड्रग माफिया की काली दुनिया की कहानियाँ

एम.डी. शर्मा

Maison d'édition: Publishdrive

  • 0
  • 0
  • 0

Synopsis

यह पुस्तक हमें ड्रग तस्करी और संगठित अपराध की भयावह और रहस्यमयी दुनिया में ले जाती है। पाब्लो एस्कोबार, एल चैपो और ग्रिसेल्डा ब्लैंको जैसे कुख्यात ड्रग माफियाओं की सच्ची कहानियाँ उनके साम्राज्य, महत्वाकांक्षा और बर्बरता को उजागर करती हैं। यह सिर्फ अपराध की दास्तान नहीं है, बल्कि मानवीय इच्छाओं, लालच और अंधे सपनों का आईना है। यह किताब दिखाती है कि कैसे भ्रष्टाचार, हिंसा और रिश्वत कानून व्यवस्था को तोड़ते हैं और ड्रग व्यापार को ताकतवर बनाते हैं। साथ ही यह उस मानवीय पीड़ा को भी सामने लाती है, जो नशे और अपराध से प्रभावित होती है। पुस्तक कानून प्रवर्तन की चुनौतियों, उनकी रणनीतियों और समाज पर ड्रग माफिया के प्रभाव को गहराई से समझाती है। यह न सिर्फ़ जानकारी देती है बल्कि जागरूकता और बदलाव की प्रेरणा भी बनती है। यह एक श्रद्धांजलि है उन लोगों के लिए जो इस अंधकार से लड़ते हैं।
Disponible depuis: 22/05/2025.
Longueur d'impression: 450 pages.

D'autres livres qui pourraient vous intéresser

  • नरेन्द्र मोदी: मिट्टी से शिखर तक - cover

    नरेन्द्र मोदी: मिट्टी से शिखर तक

    Sweet Audible

    • 0
    • 0
    • 0
    This audiobook is narrated by an AI Voice.   
    प्रस्तावना: मिट्टी का बेटा 
    हर युग में कुछ ऐसे व्यक्ति जन्म लेते हैं, जो समय के साथ स्वयं एक युग बन जाते हैं। उनका जीवन किसी एक प्रदेश या विचारधारा तक सीमित नहीं रहता — वह समाज की सामूहिक चेतना का हिस्सा बन जाता है। 
    नरेन्द्र मोदी भी ऐसे ही व्यक्तित्व हैं। 
    कहानी शुरू होती है गुजरात के एक छोटे-से कस्बे — वडनगर से। यह वही धरती है जहाँ मिट्टी में साधारणता घुली है, पर आत्मा में असाधारण दृढ़ता बसी हुई है। संकरे रास्तों, छोटे मकानों और सीमित साधनों के बीच एक बालक जन्म लेता है — जो आगे चलकर भारत के भाग्य का शिल्पी बनेगा। 
    यह बालक गरीब था, पर उसके सपनों की उड़ान सीमाओं से परे थी। सुबह-सुबह जब रेलगाड़ी स्टेशन से गुजरती, तो वही बच्चा अपने पिता की मदद से यात्रियों को चाय परोसता। उस चाय की महक में मेहनत का स्वाद था और हर घूंट में भविष्य की अनकही कहानी छिपी थी। 
    सूची: 
    प्रस्तावना: मिट्टी का बेटा 
    अध्याय 1: बचपन के संघर्ष 
    अध्याय 2 – संघ के संस्कार 
    अध्याय 3 – राजनीति की पहली सीढ़ी 
    अध्याय 4 – गुजरात की धरती पर उदय 
    अध्याय 5 – गोधरा से संघर्ष तक 
    अध्याय 6 – विकास पुरुष का उदय 
    अध्याय 7 – दिल्ली की ओर 
    अध्याय 8 – नए भारत का निर्माण 
    अध्याय 9 – दूसरी पारी और विश्व मंच 
    अध्याय 10 – भारत का वैश्विक नेता 
    उपसंहार – युगपुरुष की छाया में 
    Title: नरेन्द्र मोदी: मिट्टी से शिखर तक 
    Genre: Audio Biography (Motivational) 
    Language: Hindi 
    Format: Mp3 
    Duration: 49 Min 
    Audiobook Written, Narrated and Published by: Sweet Audible (2025)
    Voir livre
  • Iron Man Sardar VallabhBhai Patel - लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल - cover

    Iron Man Sardar VallabhBhai...

    Sardar VallabhBhai Patel

    • 0
    • 0
    • 0
    Iron Man Sardar VallabhBhai Patel - लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल 
    लौह पुरुष सरदार वल्लभाई पटेल सिर्फ आदर्श व्यक्ति ही नहीं, बल्कि साहसी और प्रखर इंसान थे। उन्होंने पूरे देश को एक करने में भरपूर कोशिश की । उनका नाम तो सरदार वल्लभाई पटेल था पर उनके महान कार्यो के कारण उन्हें लौह पुरुष की उपाधि दी गई। 
    1 . ट्रेलर 
    लौह पुरुष सरदार वल्लभाई पटेल सिर्फ आदर्श व्यक्ति ही नहीं, बल्कि साहसी और प्रखर इंसान थे। उन्होंने पूरे देश को एक करने में भरपूर कोशिश की । उनका नाम तो सरदार वल्लभाई पटेल था पर उनके महान कार्यो के कारण उन्हें लौह पुरुष की उपाधि दी गई। 
    2 . सरदार का जन्म 
    सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 गुजरात के एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम झवेरभाई और माता का नाम लाडबा देवी था। किसान परिवार में जन्म लेने की वजह से पढ़ने लिखने में उन्हें थोड़ी तकलीफ हुई। 
    3 . सरदार और पढ़ाई 
    सरदार वल्लभ भाई पटेल एक किसान परिवार से थे। इस वजह से उनके परिवार की आर्थिक हालत इतनी अच्छी नहीं थी। पढ़ाई के लिए भला खर्चा करने की वह सोच भी नहीं सकते थे।  
    4 . सरदार और उनका त्याग 
    सरदार वल्लभाई पटेल को विलायत जाकर अपनी बैरिस्टर की पढाई करनी थी। उन्होंने पाई पाई जोड़कर विलायत जाने के पैसे भी जमा कर लिए। 
    5 . सरदार का संयम 
    एक बार उनकी पत्नी की तबियत बहुत ख़राब थी। इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी को इलाज के लिए मुंबई के एक असप्ताल में दाखिल करवा दिया और खुद गुजरात लौट आए। एक दिन जब वो कोर्ट में केस लड़ रहे थे तब उन्हें अचानक ही पत्नी के निधन की खबर मिली। 
    6 . सरदार और गांधी 
    7 . सरदार का संत्याग्रह 
    8 . सरदार का आंदोलन 
    9 . देश और जाति 
    10 . देश का हिस्सा 
    11 . देश में बगावत 
    12 . देश सेवा।
    Voir livre
  • रतन टाटा: सपनों से हकीकत तक - एक ऐसे शख्स की कहानी जिसने उद्योग नहीं उम्मीदें गढ़ीं - cover

    रतन टाटा: सपनों से हकीकत तक - एक...

    Sweet Audible

    • 0
    • 0
    • 0
    This audiobook is narrated by an AI Voice.   
    भूमिका: 
    “हर महान कहानी की शुरुआत एक छोटे कदम से होती है। 
    और हर महान इंसान की पहचान उसके कर्मों और मूल्यों से होती है।” 
    मुंबई, 1937… 
    एक छोटे पारसी परिवार में एक बालक का जन्म हुआ। 
    नाम था – रतन नवल टाटा। 
    वह बालक साधारण दिखता था, पर उसकी आँखों में सपना था — 
    एक ऐसा सपना जो न केवल उसके जीवन को बल्कि पूरे भारत के औद्योगिक और सामाजिक परिदृश्य को बदल देगा। 
    यह कहानी है एक ऐसे व्यक्ति की, जिसने व्यापार में सफलता के साथ-साथ मानवता, करुणा और सेवा की मिसाल दी। 
    जिसने साबित किया कि सच्ची महानता केवल दौलत और पद से नहीं, बल्कि दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने से आती है। 
    इस ऑडियोबुक में आप सुनेंगे — 
    रतन टाटा के संघर्ष, उनके सपने, उनके साहस और उनके जीवन के मूल्य। 
    आप जानेंगे कि कैसे एक साधारण बालक ने भारत और दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ी। 
    “तो आइए, इस प्रेरक सफर की शुरुआत करते हैं… 
    और देखते हैं कि कैसे रतन टाटा ने एक नाम, एक विरासत बना दी।” 
    सूची: 
    भूमिका 
    अध्याय 1 – आरंभ: एक साधारण बालक की असाधारण नियति 
    अध्याय 2 – संघर्ष के वर्ष: पढ़ाई और परिश्रम का संगम 
    अध्याय 3 – टाटा समूह की बागडोर: आलोचना और साहस की कहानी 
    अध्याय 4 – परिवर्तन का दौर: जब टाटा ने सपनों को छुआ 
    अध्याय 5 – वैश्विक पहचान: जब भारत ने दुनिया को दिखाया दम 
    अध्याय 6 – करुणा और संवेदनशीलता: एक सच्चे इंसान की कहानी 
    अध्याय 7 – सेवा का समर्पण: टाटा ट्रस्ट्स और समाज के लिए जीवन 
    अध्याय 8 – विरासत: प्रेरणा जो कभी समाप्त नहीं होती 
    उपसंहार 
    Title: रतन टाटा: सपनों से हकीकत तक  
    Genre: Biography (Motivational & Inspirational) 
    Language: Hindi 
    Format: Mp3 
    Duration: 34 Min 
    Audiobook Written, Narrated and Published by: Sweet Audible (2025)
    Voir livre
  • Dr APJ Abdul Kalam - cover

    Dr APJ Abdul Kalam

    Swati Gautam

    • 0
    • 0
    • 0
    सफलता के अमर सूत्र, उन सूत्रों का संकलन है जो विफलता से उभरे लोगों ने इज़ात किए हैं! इन सूत्रों में आप पाएँगे कि हार के बाद उठ कर दोबारा कोशिश करने के लिए सिर्फ़ हौसला ही नहीं बल्कि होशियारी की भी ज़रूरत होती है! मगर फिर ये सवाल उठता है कि इस होशियारी की परिभाषा कौन तय करता है? क्या होशियारी हर किसी के जीवन में एक समान हो सकती है? नहीं ना! क्योंकि हम सब अलग-अलग ग़लतियाँ करते हैं! इस सीरीज़ को ज़रूर सुनें और समझें कि सफल लोगों ने किन-किन विफलताओं का सामना किया और मुश्किल हालातों को कैसे मात दी!
    Voir livre
  • Adi Shankaracharya - Shaastrarth Ke Shastra Se Agyan Ka Ast - cover

    Adi Shankaracharya - Shaastrarth...

    Sirshree

    • 0
    • 0
    • 0
    भीतरी मार्ग- आत्मसाक्षात्कार का प्रसार 
    आज मनुष्य के जीवन में मनोरंजन के साधनों की सुख-सुविधा, आधुनिक टेक्नोलॉजी से देश-विदेश और शास्त्रों की जानकारी उसके हाथ में आकर सिमट गई है। ऐसी विविध संपन्नता में भी उसके दुःख तथा असंतोष की सीमा नहीं है। बाहरी तौर पर हम जिसे विकास कहते हैं, वह भीतर से मनुष्य को और भी खोखला कर रहा है। क्योंकि आज नए-नए मोह व आसक्ति ने मनुष्य को घेर रखा है। 
    हर दिन नई-नई इच्छाएँ जन्म ले रही हैं तो फिर इसका अंत कहाँ है? वह है सेल्फ के आविष्कार में! सभी मनुष्यों के भीतर सेल्फ की अखंड चेतना निरंतर प्रकाशमान है। जिसे स्वअनुभव से जानना ही मनुष्य जीवन का प्रयोजन है। 
    इस प्रयोजन को सफल बनाने के लिए आदि शंकराचार्य ने अपने छोटे से जीवन काल में जो अभूतपूर्व कामगिरी की, यह पुस्तक उसका दर्शन कराती है। साथ ही जीवन प्रयोजन की पूर्णता का मार्ग भी दिखाती है। 
    तो चलिए, पुस्तक का पठन करते हुए बढ़ते हैं, उस भीतरी मार्ग की ओर…. जो अब तक लगभग अप्रकाशित है…।
    Voir livre
  • रक्तपथ: जंगल का क़ानून - cover

    रक्तपथ: जंगल का क़ानून

    Gaurav Garg

    • 0
    • 0
    • 0
    This audiobook is narrated by an AI Voice.   
    1990 का दशक। बिहार की रक्तरंजित भूमि पर, जहाँ जाति, राजनीति और अपराध का अपवित्र गठबंधन ही परम सत्य है, आमड़ी नामक एक छोटा सा गाँव शांति से साँस लेता है। किंतु एक रात, यह शांति एक भयावह चीख़ में बदल जाती है। शक्तिशाली बाहुबली और विधायक बनने का आकांक्षी, गजेंद्र "गज्जू" सिंह, एक गहरे राजनीतिक षड्यंत्र को छिपाने के लिए पूरे गाँव को जीवित जला देता है। उस नरसंहार की राख से केवल एक शरीर जीवित बचता है—दस वर्षीय अर्जुन प्रसाद, जिसकी आँखों ने उस रात अपने पिता की हत्या और अपने संसार का विनाश देखा था। 
    एक दशक पश्चात, अर्जुन लौटता है। वह अब एक मासूम बालक नहीं, बल्कि गिद्धपुरी की गलियों में पला-बढ़ा एक कठोर, कुशल और प्रतिशोध से भरा युवक है। उसका जीवन का एकमात्र उद्देश्य है गजेंद्र सिंह का सर्वनाश। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, वह अपराध की दुनिया की सीढ़ियाँ चढ़ता है, गज्जू के प्रतिद्वंद्वी गिरोह में शामिल होता है, और स्वयं एक भयावह 'भूत' के रूप में अपनी पहचान बनाता है जो सालीमपुर के सत्ता के समीकरणों को हिला देता है। 
    किंतु जैसे-जैसे वह अपने लक्ष्य के निकट पहुँचता है, उसे एक और भी गहरे और अंधकारपूर्ण सत्य का आभास होता है। उसे पता चलता है कि गज्जू सिंह तो इस विशाल षड्यंत्र का केवल एक चेहरा है, और असली तार तो पटना में बैठे एक शक्तिशाली मंत्री, भार्गव दत्त, के हाथों में हैं। 
    इसी दौरान, उसकी राह एक आदर्शवादी, किंतु विवश आरक्षी अधीक्षक इमरान आलम और एक साहसी पत्रकार अमृता सिन्हा से टकराती है, जो दोनों अपने-अपने तरीक़े से इसी अपवित्र गठजोड़ को उजागर करने का प्रयास कर रहे हैं। विश्वासघात और धोखे के मध्य, इन तीन टूटे हुए लोगों का एक हताश गठबंधन बनता है। अब अर्जुन को न केवल एक बाहुबली और एक मंत्री से, बल्कि उस पूरी भ्रष्ट प्रणाली से लड़ना है जिसने उसे बनाया है। "रक्तपथ" केवल एक प्रतिशोध की कहानी नहीं है; यह उस भयावह प्रश्न का उत्तर खोजती है कि जब न्याय स्वयं एक अपराधी बन जाए, तो एक व्यक्ति को किस सीमा तक जाना पड़ता है।
    Voir livre