Join us on a literary world trip!
Add this book to bookshelf
Grey
Write a new comment Default profile 50px
Grey
Subscribe to read the full book or read the first pages for free!
All characters reduced
मुझे अपने पलंग पर सोना पसंद है - cover

मुझे अपने पलंग पर सोना पसंद है

Shelley Admont, KidKiddos Books

Publisher: KidKiddos Books

  • 0
  • 0
  • 0

Summary

    जिमी, छोटा खरगोश, अपने पलंग पर नहीं सोना चाहता है। रोज रात को वह चुपके से अपने माता-पिता के कमरे में जाकर उनके पलंग पर सो जाता है। जब तक एक रात को एक अनपेक्षित घटना नहीं होती ... यह कहानी रात को सोने से पहले बच्चों को सुनाने के लिए बहुत अच्छी है। साथ ही,परिवार के अन्य सदस्यों को भी इसे पढ़ने में मज़ा आएगा! यह बहुत छोटे बच्चों को पढ़कर सुनाने के लिए अच्छी है और बड़े बच्चे इसे खुद पढ़कर इसका आनंद ले सकते हैं।   
Available since: 01/20/2023.
Print length: 34 pages.

Other books that might interest you

  • श्री सिया जू के शुक - cover

    श्री सिया जू के शुक

    जसकरन सिंह राठौर

    • 0
    • 0
    • 0
    मैं जसकरन सिंह राठौर पुत्र श्री मथुरा सिंह राठौड़ मूलत जिला इटावा के इन्द्रावती गाँव का रहने वाला हूँ मैंने लखनऊ युनिवर्सिटी से बी. ए. और एम. ए किया तथा ग्वालियर आकर एल एल बी एवं एल एल एम कि पढाई पूरी कि, इसके बाद मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग में सहायक प्राध्यापक के रूप में शासकीय महाविद्यालय के विधि विभाग में नौकरी 1183 से आरम्भ की, ग्वालियर के प्रसिद्ध महारानी लक्ष्मीबाई कॉलेज में नौकरी करते हुए जनवरी 2018 में सेवानिवृत्ति प्राप्त की । 
    इस पुस्तक से पहले मैंने श्रीमद् सरल भागवत पुराण लिखी है, इस पुस्तक को मैंने भागवत के 18000 श्लोकों को सरल करके दोहा, चौपाई, छंदों में लिखा, जिससे सामान्य व्यक्ति भी समझ सके, इसके बाद मैंने राधारानी पर भी छंदों में एक पुस्तक लिखी है। 
    इस पुस्तक में यह बताया गया है कि मनुष्य की भांति ही पछी भी मनुष्य से प्रेम करते हैं, बेजबान होने पर भी मुसीबत के समय वे अपने स्वामी की उसी तरह मदद करते हैं जैसे कोई मनुष्य करता है। सीता जी का तोता वनवास के समय उनकी किस तरह मदद करता है इस पुस्तक में यही वर्णन है। यह पुस्तक भी चौपाई पर आधारित है।
    Show book
  • Chunnu-Munnu - kids story - cover

    Chunnu-Munnu - kids story

    Dharmendra Mishra

    • 0
    • 0
    • 0
    "चुन्‍नू-मुन्‍नू" दो प्यारे खरगोश भाइयों की दिलचस्प और रोमांचक कहानी है। 
     चुन्‍नू और मुन्‍नू एक सुंदर बागीचे में साथ-साथ खुशहाल जीवन बिता रहे थे। दोनों में गहरा प्यार था और वे कभी एक-दूसरे से अलग नहीं होते थे। लेकिन एक दिन उस बागीचे में आ जाती है चालाक और खूंखार बिल्ली — कबरी। उसकी नज़र इन भोले खरगोशों पर पड़ती है और वह तय करती है कि उन्हें अपना शिकार बनाएगी। 
    कबरी अपनी चालाकी से दोनों भाइयों के बीच फूट डाल देती है। चुन्‍नू, जो भोला और मासूम था, उसकी बातों में आकर मुन्‍नू से दूर चला जाता है। और फिर, जैसे ही वह बागीचे से बाहर कदम रखता है, कबरी अपने असली रूप में आकर उस पर घातक हमला करती है! 
    अब सवाल है — क्या चुन्‍नू अपनी जान बचा पाएगा? क्या मुन्‍नू अपने भाई को समय रहते बचा सकेगा? 
     जानिए आगे क्या होता है इस रोमांच, सस्पेंस और भावनाओं से भरी कहानी में — 
     🎧 सुनिए “चुन्‍नू-मुन्‍नू” — एक ऐसी ऑडियो स्टोरी जो बच्चों को सिखाती है कि आपसी प्रेम और विश्वास ही असली ताकत है!
    Show book
  • Pachchtava - cover

    Pachchtava

    Dharmendra Mishra

    • 0
    • 0
    • 0
    Story Summery: 
    विदूषक ने दोस्त सम्पाती का साथ छोड़ दिया और इंसानों की बस्ती की ओर चल पड़ा। वहाँ चारों ओर हरे-भरे पेड़, स्वादिष्ट फल और रंग-बिरंगे बाग़-बग़ीचे थे। विदूषक को लगा – यही तो असली सुख है! 
    लेकिन जिन बंदरों के साथ वह पहुँचा था, वे पहले से इंसानों की चालाकियों से परिचित थे। वे सब तो सुरक्षित निकल गए, मगर बेचारा विदूषक फँस गया। इंसानों ने डंडों और लाठियों से उस पर हमला कर दिया। उसका पैर टूट गया। 
    अब न तो दोस्त रहे और न ही जीने का सहारा… अकेला विदूषक एक वृक्ष के खोखल में पड़ा अपनी आख़िरी साँसों की प्रतीक्षा करने लगा।
    Show book
  • मुकेश कुमार की कहानियाँ - cover

    मुकेश कुमार की कहानियाँ

    राजकुमार केसवानी

    • 0
    • 0
    • 0
    मुकेश कुमार मासूम की कुछ चुनिंदा कहानियाँ 
    पुनरावृत्ति, बड़े दिल वाला, पंडित जी का लोटा
    Show book
  • एक अद्भुत विवाह सर्पराज संग राजकुमारी - cover

    एक अद्भुत विवाह सर्पराज संग...

    Prabhat shukla

    • 0
    • 0
    • 0
    ये कहानी हजारों हज़ार वर्ष पुरानी उस इच्छा धारी, नागमणि धारी सर्पराज और विदिशा की राजकुमारी के प्रणय एवं विवाह की है..... 
    अद्भुत आश्चर्य जनक, विचित्र कथा प्रसंगो से भरपूरहै.. 
    यह कथा श्रोता के मन मे आंनद.. रोमांच.. वियोग और सुख जैसे भावों के सागर मे बह जाने का अवसर प्रदान करेगा...
    Show book
  • रोवी - "अम्बर-आँखों वाला बाघ" - cover

    रोवी - "अम्बर-आँखों वाला बाघ"

    Ellis Sandlin

    • 0
    • 0
    • 0
    रोवी एक स्वस्थ बंगाल बाघ है जो भारत के जंगल में रहकर शिकार करता है। जब उसने अपने रात के खाने के लिए एक जानवर की पीछा की, तो उसने अपने इलाके के बाहर एक अलग दुनिया का पता लगाया - एक छोटे से गांव में एक मिशन चर्च और अनाथालय था। लोगों के दृश्य और खाने पकाने की खुशबू ने उसकी जिज्ञासा जाग्रित की। लोगों ने रोवी के सिर उठाकर असामान्य दृश्य को देखकर डर गये। एक गांववाले द्वारा एक गोली रोवी की पीठ पर लग गई। 
    रोवी बहुत गुस्से में आ गया और अपना प्रतिशोध लेने का निर्णय लिया। जितना ज्यादा वह गुस्सा हुआ, उसकी आंखें उतनी ही उजाली हो गईं, जब उन्होंने जैसे ही उन्हें आग की तरह जलने लगी। 
    रास्ते पर, उसका ध्यान आसमान में खुशियों की आवाज पर आकर्षित हुआ। सांता क्लॉज ने खुशी खुशी रोवी की आँखों को देखकर उससे जंगल के माध्यम से गाइड करने के लिए कहा। गुस्सा उससे दूर चला गया और वह गांव की ओर दौड़ने के लिए खुश हो गया। 
    सांता ने उसे गांववालों से मिलवाया और उन्होंने उसका स्वागत किया। जब वह एक युवा अनाथ लड़के, मनबीर, के साथ दोस्त बन गया और मिशनरी से पहले क्रिसमस की कहानी सुनी, तो उसका जीवन बदल गया। 
    रोवी गांव को छोड़ते समय रोर करके बोला, "प्यार सोचो!"। 
    रोवी की अगली पुस्तक में, रोवी और मनबीर गांव के साथ क्रिसमस डिनर करते हैं और मस्ती का समय बिताते हैं।
    Show book