The Water Took Us away- Hindi
Priyanshu Sinha
Narratore Sambhodita Bhoi
Casa editrice: Priyanshu Sinha
Sinossi
यह कहानी एक प्राकृतिक आपदा की भयावहता, मानव बेबसी, और जीवित रहने की असंभव कोशिशों को बेहद संवेदनशील और डरावने अंदाज़ में पेश करती है। कहानी की नायिका उमला, अपने परिवार के साथ सुनामी से बचने की कोशिश करती है, लेकिन कुदरत की क्रूरता उन्हें घने जंगलों और अंतहीन पानी की लहरों में फंसा देती है। बारिश की शांत बूँदों से शुरू होकर, कहानी एक भूकंप की चेतावनी और सुनामी की विनाशकारी लहरों तक पहुँचती है। ट्रैफिक, अफरा-तफरी, टूटी उम्मीदें और बहते शव — सब कुछ मिलकर एक ऐसा दृश्य रचते हैं जो मानवता के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करता है। उमला का अकेले रह जाना, घायल होना, अपने शरीर के अंग खो देना और फिर भी जिंदा बचने की कोशिश करना — यह सब पाठक को झकझोर देता है। जब वह अपनी ही कटी हुई हथेली को पहचानती है, वह क्षण आंतरिक भय और पीड़ा का चरम है। "जल में डूबते चेहरे" एक ऐसी कहानी है जो न केवल सुनामी जैसी आपदा की भयावहता दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जब सब कुछ ख़त्म हो जाए, तब भी एक चीख, एक याद, एक उम्मीद रह जाती है… बस थोड़ी देर तक। यह कहानी दिल तोड़ती है, डराती है, और अंत में, गहरी खामोशी छोड़ जाती है।
Durata: 11 minuti (00:10:56) Data di pubblicazione: 26/05/2025; Unabridged; Copyright Year: — Copyright Statment: —

