एक परी की कहानी
मैकेंजी, कैटरीना बोलिन
Casa editrice: Katrina Bowlin-MacKenzie
Sinossi
एक शर्मीली छोटी लड़की परियों के साथ अकेली बैठी रहती है, जब तक कि वे उसे खुद पर विश्वास करना नहीं सिखातीं। बहुत सारे रंगीन ग्राफिक्स।
Casa editrice: Katrina Bowlin-MacKenzie
एक शर्मीली छोटी लड़की परियों के साथ अकेली बैठी रहती है, जब तक कि वे उसे खुद पर विश्वास करना नहीं सिखातीं। बहुत सारे रंगीन ग्राफिक्स।
आपने संघर्ष किया है बचपन से ही। संघर्ष के बाद आपने बहुत कुछ अर्जित कर लिया है। फिर एक दिन आपको अपना सच्चा प्रेम भी मिल जाता है। सब कुछ सही चल रहा है। प्रेम में डूबी जिंदगी, परिवार और समृद्धि। इससे अधिक आपको क्या चाहिए? लेकिन कुदरत को यह मंजूर नहीं है। दुनिया में तबाही मची हुई है। इक्कीसवीं सदी की सबसे खतरनाक महामारी आपके पीछे पड़ जाती है। दाव पर है आपका सच्चा प्रेम। आपके परिवार की जिंदगी। आप के पास इस शक्तिशाली शत्रु से युद्ध करने के अधिक संसाधन नही हैं। इस कोरोनावायरस को मारने की कोई दवा अभी नहीं बनी है। पर आपको यह युद्ध करना ही है। निहत्थे। अपने अस्तित्व के लिए। अपने प्रेम को बचाने के लिए। क्या कोई विकल्प है? जिंदगी की कई परतों को एक के बाद एक खोलती हुई एक अद्भुत प्रेम गाथा जो पहले कभी नहीं कही गई।Mostra libro
शृंखला : यह मैं तुम्हारे लिए यह लिख रहा हूँ मास्सिमो और मारिया ग्राज़िया वास्तविक और साहित्यिक जीवन दोनों में एक युगल हैं, और वे सभी के लिए बिना उनकी उम्र की परवाह किए कथा-साहित्य लिखना पसंद करते हैं। यह विचार उनके द्वारा अपने बच्चों के लिए बनाई गई कहानियों को पुस्तकों में बदलने के विचार के साथ उत्पन्न हुआ था।Mostra libro
'एलिस अजूबों की दुनिया में' किशोर पाठकों के लिए लुइस कैरोल की क़लम से लिखा गया विश्वप्रसिद्ध उपन्यास है। दुनिया की विभिन्न भाषाओं में अनूदित इस कथाकृति का यह हिन्दी अनुवाद प्रसिद्ध कथाशिल्पी कृष्ण बलदेव वैद ने किया है।उपन्यास के केन्द्र में है एलिस नाम की एक बालिका जिसके स्वप्न-जगत का इसमें दिलचस्प उद्घाटन हुआ है। अपने सपने में प्रवेश करके एलिस एक ऐसी दुनिया में जा पहुँचती है, जहाँ सबकुछ अजूबा है—सारी प्रकृति, पशु-पक्षी और तमाम तरह के कीट-पतंग। यहाँ तक कि वह स्वयं भी अपने रूप-सरूप में अजूबा हो उठती है। हैरान होती है अपने-आप पर और अपने आसपास पर। विचित्र, मूर्खतापूर्ण और निर्मम लगता है उसे उस दुनिया के ताश के पत्तों जैसे राजा-रानी का न्याय। वह न सिर्फ़ उनका विरोध करती है, बल्कि अपनी साहसपूर्ण बुद्धिमत्ता से उन्हें छकाती भी है।वास्तव में इस पुस्तक के सहारे लेखक ने मनोवैज्ञानिक तरीक़े से किशोर मानस की उस दुनिया की टोह ली है, जिसमें उसकी वास्तविक दुनिया ही एक नए रंग-रूप में मौजूद होती है। हिंदी में ये उपन्यास पहली बार ऑडियो में आयी है, इसे बच्चों को ज़रूर सुनाएँ!Mostra libro
एक्ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों की समस्या है, और उनमें से अधिकांश लोग युवा हैं और इस उलझन, और यहां तक कि अपराधबोध और शर्म से निपटने के लिए भावनात्मक रूप से तैयार नहीं होते हैं, और अक्सर उन्हें इस बारे में सताया भी जाता है, अक्सर एक्ने के प्रकोप के साथ यह सब भी जुड़ा हुआ होता है। इस पुस्तिका में निहित ज्ञान आपको एक्ने से निपटने में मदद करेगा। Mostra libro
महान मुग़ल बादशाह शाहजहाँ का हाल बुरा है. उनके ताज से किसी ने बेशक़ीमती मणि चुरा ली है और मणि की जगह रख दिया है एक बेर. इतने बड़े इस मामले के रहस्य से पर्दा अब कौन उठायेगा?Mostra libro
एक लड़का था— कुछ लोफर, लफुआ, दीवाना-सा! जिसका दिल था नए रैपर में वही पुराना— शहीदाना। शहर पटना पूरा अपना लगे उसे! लड़की थी अलबेली-सी, सोचने का कारखाना, हिम्मत की एनीटाइम लोडेड गन जैसी, पुरानी जीन्स और एकदम नया गाना! दिल्ली शहर में मौसम था अन्ना आन्दोलन का, चुनाव के घुमड़ रहे थे बादल। डेजी आई पढऩे एलएसआर में। बन गई ड्रमर। गोल्डन आया डेजी के पीछे बावला। बन गया ड्राइवर। दोनों थे खालिस गैर राजनीतिक युवा। पढि़ए उन्हीं के घोर राजनीतिक रोमांस की दिलचस्प दास्तां, जिसमें उनकी निजता में शहर, समाज और परिस्थितियाँ दे रही हैं बराबरी से दखल... जहाँ कुछ भी नहीं है निश्चित और अनिश्चित ही है उनका सबसे बड़ा रोमांस... जिसे कहते हैं सब गंदी बात, क्या होती है वाकई वह गंदी-सी कोई बात!Mostra libro