Unisciti a noi in un viaggio nel mondo dei libri!
Aggiungi questo libro allo scaffale
Grey
Scrivi un nuovo commento Default profile 50px
Grey
Iscriviti per leggere l'intero libro o leggi le prime pagine gratuitamente!
All characters reduced
हिंदू पौराणिक कहानियाँ - cover

हिंदू पौराणिक कहानियाँ

ईशा रिया

Casa editrice: mds

  • 0
  • 0
  • 0

Sinossi

हिंदू धर्म में अनेक पारंपरिक देवी-देवता, धर्म शास्त्र, मान्यताएँ मौजूद हैं। ये सभी तत्त्व रंग-बिरंगी हिंदू संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। इंद्र, अग्नि, सोम, वरुण, प्रजापति, सविता, सरस्वती, उषा, पृथ्वी, गणेश, श्रीराम, श्रीकृष्ण, हनुमान, कार्तिकेय, सूर्य, चंद्र, दुर्गा, पार्वती, लक्ष्मी, शीतला, सीता, राधा, संतोषी, काली—इत्यादि सभी देवी-देवता हिंदू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हैं और इनकी कुल संख्या 33 कोटि बतायी जाती है।
पुराणों के अनुसार ब्रह्मा, विष्णु और शिव सर्वोच्च शक्तिसंपन्न देवता हैं। ये प्रकृति के नियंता हैं। इनकी आज्ञा के बिना यहाँ पत्ता भी नहीं हिलता। एक विशेष बात और—सभी देवी-देवगण के काम बँटे हुए हैं। कोई किसी के क्षेत्र-विशेष में हस्तक्षेप नहीं करता। कार्य के संपादन के लिए सभी को तत्संबंधी शक्तियाँ भी प्रदान की गई हैं। इन सबके अलावा हिंदू धर्म में गाय को भी माता के रूप में पूजा जाता है। यह माना जाता है कि गाय में संपूर्ण 33 कोटि देवी-देवता वास करते हैं। अनेक वृक्षों, नदियों, पशु-पक्षियों, पर्वतों आदि को यहाँ ईश्वर मानकर पूजा जाता है। इस प्रकार हिंदू धर्म व्यापक उदार धर्म है। यह शाश्वत धर्म है और इतने देवी-देवता होने के बावजूद एकेश्वरवाद का समर्थक है। हिंदुवादियों का मानना है कि ईश्वर एक ही है, बस नाम अनेक हैं। किसी को पीड़ा पहुँचाना सबसे बड़ा पाप है और परोपकार सबसे बड़ा पुण्य। प्राणि-सेवा ही परमात्मा की सेवा है। हिंदुत्व का वास—हिंदुत्व के मन, संस्कार और परंपराओं में है।
धर्म और मानवता की रक्षार्थ हिंदू देवी-देवताओं ने अनेक अवतार भी लिए हैं। इनमें भगवान् विष्णु के 10 अवतार प्रमुख माने जाते हैं—मत्स्य, कूर्म, वराह, वामन, नरसिंह, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि (भावी)। कल्कि अवतार भगवान् विष्णु का चौबीसवाँ अवतार है जो वर्तमान कलिकाल के अंत में होना तय है। देश-विदेश में उनके विभिन्न रूपों की पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ आराधना की जाती है। धर्म ग्रंथों में यह भी कहा गया है कि देवता अलग-अलग नामवाले हो सकते हैं, लेकिन सब समान रूप से अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
प्रस्तुत पुस्तक में हिंदू धर्म की विभिन्न रोचक और जीवन-दर्शक कथाएँ दी गई हैं, जो पाठकों को अवश्य रुचिकर, जीवनोपयोगी और संस्कारपूर्ण लगेंगी।
Disponibile da: 19/08/2022.

Altri libri che potrebbero interessarti

  • Sabse Badi Daulat Chetanashakti (Hindi edition) - cover

    Sabse Badi Daulat Chetanashakti...

    Sirshree

    • 0
    • 0
    • 0
    बेहतरीन जीवन जीने की कला या प्रयास 
    जीने के लिए तो हर कोई जीता है लेकिन एक जीवन ऐसा भी होता है, जो हमें ऊँचाइयों की ओर ले जाता है। एक सात मंज़िली ऊँची बिल्डिंग में पहली मंज़िल पर रहनेवाला इंसान वह नहीं देख पाता, जो सातवीं मंज़िल पर रहनेवाला देख पाता है।  
    समझ (चेतना) के साथ भी ऐसा ही होता है। जैसी हमारी समझ होती है, दुनिया वैसी ही दिखाई देती है। यदि यकीन न हो तो पुस्तक के मुख्यपृष्ठ और इसी पृष्ठ पर ऊपर दिए गए चित्र को गौर से देखें। हर किसी को उसकी चेतना अनुसार चित्र में अलग-अलग आकार और रूप दिखाई देंगे। 
    आगे जैसे-जैसे समझ बढ़ती जाती है, वैसे ही जीवन को देखने का दृष्टिकोण भी बदलते जाता है। इसलिए इस समय आपकी चेतना किसी भी स्तर पर हो, उसे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यही प्रयास आपको बेहतर जीवन की ओर ले जाएगा।  
    क्या आप बेहतरीन और सच्चा जीवन जीना चाहते हैं? अगर ‘हाँ’ तो इस पुस्तक में आप चेतना क्या है और चेतनाशक्ति बढ़ाने के तरीके क्या हैं, ये जान लें। ये तरीके रोज़मर्रा के जीवन में आपके काम आऍँगे और आपके जीवन को बेहतर बनाकर, सच्चा सुख देंगे।
    Mostra libro
  • Mrityu uparant jeevan (hindi) - maha jeevan - cover

    Mrityu uparant jeevan (hindi) -...

    Sirshree

    • 0
    • 0
    • 0
    यह पुस्तक आपको न सिर्फ मृत्यु का दर्शन करवाती है बल्कि मृत्यु और मृत्यु उपरांत जीवन इस विषय पर समझ भी प्रदान करती है। मृत्यु एक ऐसा विषय है, जिसके बारे में हर इंसान के मन में कई तरह के सवाल होते हैं और वे सवाल न सुलझने की वजह से वह हमेशा डर-डरकर जीवन जीता है। उसे इस विषय के बारे में ज्यादा ज्ञान नहीं होता और वह कभी इस बारे में खोज करने की कोशिश भी नहीं करता। बचपन से जो मान्यताएँ उसके मन में डाल दी गई हैं, वह उन्हीं मान्यताओं के आधार पर कई बातें मानकर और डर-डरकर जीवन जीता है। प्रस्तुत पुस्तक से मृत्यु की सही समझ पाकर महाजीवन की यात्रा का शुभारंभ करें। 
    Tags: Sirshree, insights on life after death, Happy Thoughts, mortality, Tejgyan perspective on the afterlife, WOW Publishings spiritual books, Understanding the concept of death, Overcoming the fear of death, Exploring life beyond mortality, Nurturing a positive outlook on life, Journey of self-discovery after death, Breaking free from childhood beliefs about mortality
    Mostra libro
  • सत्संग – शिव के 15 सर्वोप्रिय दीपक - 15 महान आत्माओं की कथाजिन्होंने अपने प्रेम त्याग और विश्वास से स्वयं महादेव के हृदय में विशेष स्थान प्राप्त किया। - cover

    सत्संग – शिव के 15 सर्वोप्रिय...

    रोहन शर्मा

    • 0
    • 0
    • 0
    प्रेमपूर्वक वंदन, 
    आपके हाथों में जो पुस्तक है – “सत्संग – शिव के 15 सर्वोप्रिय दीपक”, वह केवल भक्ति कथाओं का संग्रह नहीं, बल्कि एक आत्मिक आलोक यात्रा है। 
    यह उन 15 महान आत्माओं की कथा है, जिन्होंने अपने प्रेम, त्याग, और विश्वास से स्वयं महादेव के हृदय में विशेष स्थान प्राप्त किया। ये दीपक केवल जलते नहीं, वे प्रकाश देते हैं – हमें, आपको, और इस सम्पूर्ण संसार को। 
    हमने शिव को "भोलेनाथ", "आशुतोष", "महाकाल" और "करुणामय" कहा — लेकिन इन भक्तों के माध्यम से हम शिव को उस रूप में देखते हैं, जो अपने प्रेमियों की भक्ति पर रीझते हैं, उनके आंसुओं से पिघलते हैं, और उनके समर्पण से अभिभूत हो जाते हैं। 
    इन कहानियों को लिखते समय, यह अनुभव बार-बार हुआ कि भक्ति एक भाषा नहीं, एक भाव है; एक लिपि नहीं, एक जीवन है। 
    चाहे वह निष्कलंक बालक मार्कंडेय हो, या सरल वनवासी कणप्पा, या फिर विद्वान भक्त आदिशंकर — सबका पथ अलग था, पर ध्येय एक ही — महादेव की चरण वंदना। 
    “सत्संग” का अर्थ केवल साथ बैठना नहीं, बल्कि सत् के संग रहना है – सत्य, शिव, और सुंदर के संग। 
    इस पुस्तक में, आप न केवल कहानियाँ पढ़ेंगे, बल्कि संभवतः स्वयं से मिलेंगे, और शिव की भक्ति की उस धारा से जुड़ेंगे, जो जीवन को सरल भी बनाती है, और गहन भी। 
    मैं, गुरु शिवराम, इस विनम्र प्रयास को आपके चरणों में समर्पित करता हूँ। 
    यदि इस पुस्तक का कोई एक दीपक भी आपके भीतर भक्ति की ज्वाला जगा सके, तो यही मेरी साधना की पूर्णता होगी। 
    ॐ नमः शिवाय। 
    शिव आप पर कृपा बनाए रखें। 
    आपका, 
    गुरु शिवराम 
    (साधक, सेवक, शिवप्रिय)
    Mostra libro
  • शिव से शिव तक - सब कुछ शिव से शुरू और ख़त्म होता है - cover

    शिव से शिव तक - सब कुछ शिव से...

    Anshumala Singh

    • 0
    • 0
    • 0
    ऋषि वेदव्यास द्वारा वर्णित भगवान शिव की कथाएँ सृजन, संरक्षण और विनाश की गहन खोज प्रस्तुत करती हैं। इन कहानियों के माध्यम से, हम शिव के दिव्य पहलुओं में गहराई से उतरते हैं, और विध्वंसक और परिवर्तनकर्ता दोनों के रूप में उनकी भूमिका की खोज करते हैं। प्रत्येक अध्याय शिव की अपार शक्ति और ज्ञान के एक अलग पहलू को उजागर करता है, यह दर्शाता है कि कैसे उनके कार्य ब्रह्मांड को आकार देते हैं और उन लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं जो उनका आशीर्वाद चाहते हैं। 
    इस पुस्तक में, "शिव से शिव: शांत आश्रम," हम हिंदू पौराणिक कथाओं के समृद्ध ताने-बाने के माध्यम से एक यात्रा पर निकलते हैं, जिसका मार्गदर्शन श्रद्धेय ऋषि वेदव्यास द्वारा किया जाता है। ब्रह्मांड के जन्म से लेकर सृजन और विनाश के अंतिम नृत्य तक, प्रत्येक अध्याय हमारे अस्तित्व को नियंत्रित करने वाले शाश्वत चक्र के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। सिद्धाश्रम की शांत सेटिंग, इसकी पूर्णिमा की रातें और पवित्र अनुष्ठान, इन कालातीत कहानियों के लिए पृष्ठभूमि के रूप में कार्य करते हैं। 
    यात्रा सृष्टि के ब्रह्मांडीय नृत्य से शुरू होती है, जहाँ शिव की हरकतें ब्रह्मांड को जन्म देती हैं। हम पार्वती की अटूट भक्ति, दिव्य विवाह और उनके बच्चों, कार्तिकेय और गणेश के वीरतापूर्ण कार्यों की कहानी का अनुसरण करते हैं। प्रत्येक कहानी गहन शिक्षाओं और आध्यात्मिक सत्यों से जुड़ी हुई है, जो शिव के दोहरे स्वभाव को दर्शाती है, जो विध्वंसक और रूपांतरक दोनों हैं। 
    जैसे-जैसे हम पुस्तक में आगे बढ़ते हैं, हमें बहुत महत्वपूर्ण कहानियाँ मिलती हैं - समुद्र मंथन, गंगा का अवतरण और नटराज का ब्रह्मांडीय नृत्य। ये कहानियाँ केवल ऐतिहासिक वर्णन नहीं हैं, बल्कि इनमें गहरे आध्यात्मिक अर्थ हैं जो हमारे अपने जीवन से मेल खाते हैं। त्रिपुरा के विनाश और अर्धनारीश्वर के निर्माण सहित अंतिम अध्याय ब्रह्मांड की स्थिरता के लिए आवश्यक सामंजस्यपूर्ण संतुलन पर जोर देते हैं।
    Mostra libro
  • पवित्र कुरान - cover

    पवित्र कुरान

    प्रीति सिंह

    • 0
    • 0
    • 0
    पवित्र कुरान: एक परिचय 
    पवित्र कुरान इस्लाम धर्म की केंद्रीय धार्मिक पुस्तक है, जिसे मुसलमान अल्लाह की अंतिम और अटूट वाणी मानते हैं। यह वह divine kitab है जो लगभग 23 वर्षों की अवधि में अल्लाह के फ़रिश्ते जिब्रईल द्वारा इस्लाम के अंतिम पैग़ंबर, हज़रत मुहम्मद को revealed किया गया। 
    कुरान मानवजाति के लिए एक संपूर्ण मार्गदर्शक के रूप में अवतरित हुई। इसमें 114 अध्याय हैं, जिन्हें सूरह कहा जाता है। इसके प्रमुख विषयों में अल्लाह की एकता, पुनर्जीवन, न्याय के दिन का विश्वास, नैतिकता, इबादत के तरीके और पिछले पैग़ंबरों की कहानियाँ शामिल हैं। 
    यह न केवल एक धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि जीवन के हर पहलू - सामाजिक, आर्थिक, न्यायिक और आध्यात्मिक - के लिए एक code of conduct प्रस्तुत करती है। कुरान का संरक्षण अपने मूल अरबी भाषा में आज तक ज्यों का त्यों बना हुआ है, जो इसकी विशिष्टता है। दुनिया भर के करोड़ों मुसलमानों के लिए, कुरान जीवन का मार्गदर्शक प्रकाश और शाश्वत सत्य है।
    Mostra libro
  • Sunderkand Meaning In Hindi - संपूर्ण सुंदरकांड का अर्थ - cover

    Sunderkand Meaning In Hindi -...

    Smita Singh

    • 0
    • 0
    • 0
    "ॐ श्री हनुमते नमः" 
    आप सभी का "सुंदरकांड अर्थ" ऑडियोबुक में हार्दिक स्वागत है। यह ऑडियोबुक भक्तिभाव और समर्पण के साथ प्रस्तुत की गई है, ताकि आप रामायण के इस अत्यंत पावन एवं प्रेरणादायक अध्याय का गहरा अर्थ, संदेश और महत्व समझ सकें। 
    सुंदरकांड वाल्मीकि रामायण के सबसे महत्वपूर्ण और दिव्य भागों में से एक है, जो भगवान श्रीराम के परम भक्त श्री हनुमान जी की अद्भुत भक्ति, शक्ति, साहस और बुद्धिमत्ता को दर्शाता है। यह न केवल आध्यात्मिक प्रेरणा प्रदान करता है, बल्कि हमें कठिन परिस्थितियों में धैर्य, विश्वास और ईश्वर पर अटूट श्रद्धा बनाए रखने की सीख भी देता है। 
    इस ऑडियोबुक में हम सुंदरकांड के प्रत्येक श्लोक के अर्थ को विस्तार से समझेंगे, ताकि इसकी गहराइयों तक पहुँच सकें और इसके दिव्य संदेश को अपने जीवन में उतार सकें। 
    विशेष आभार एवं योगदान 
     (यहाँ आप अपना नाम, प्रस्तुतकर्ता, या विशेष योगदानकर्ताओं के नाम जोड़ सकते हैं) 
    हम आशा करते हैं कि यह प्रस्तुति आपके मन, आत्मा और जीवन को शांति, शक्ति और सकारात्मकता से भर देगी। 
    आइए, भगवान श्रीराम और हनुमान जी की कृपा से इस आध्यात्मिक यात्रा का शुभारंभ करें। 
    "जय श्री राम! जय हनुमान!"
    Mostra libro