Unisciti a noi in un viaggio nel mondo dei libri!
Aggiungi questo libro allo scaffale
Grey
Scrivi un nuovo commento Default profile 50px
Grey
Iscriviti per leggere l'intero libro o leggi le prime pagine gratuitamente!
All characters reduced
अमला - उपन्यास - cover

अमला - उपन्यास

डॉ. रंजना वर्मा

Casa editrice: Pencil

  • 0
  • 0
  • 0

Sinossi

About the book:अमला एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो परिस्थितियों के चक्रवात में फँस कर भी सुनहरे स्वप्हन देखना नहीं छोड़ती किन्तु उसके स्वप्न स्वप्न ही रहते हैं । कभी वे सत्य नहीं बन पाते । उसकी जिजीविषा और पुनरुत्थान की आशा उसकी श्वांसों में समा कर जीवन की प्रेरणा देती रहती है । बार बार हार कर भी वह हर नहीं मानती । और जब जीवन उपवन पुष्पित पल्लवित होता है, परिस्थितियां करवट लेती हैं तब भाग्य फिर उसे ऐसा झटका देता है कि..... क्या होता है फिर ? कभी हार न मानने वाली अमला क्या हार जाती है ? क्या उसके जीवन को कभी उल्लास की किरणें प्रकाशित कर पाती हैं ? यह सब जानने के लिये पढिये - अमला । आपके सभी प्रश्नों का उत्तर है - अमला ।
Disponibile da: 15/11/2021.
Lunghezza di stampa: 132 pagine.

Altri libri che potrebbero interessarti

  • Thakur ka Kuan (Hindi Edition) ठाकुर का कुआँ - cover

    Thakur ka Kuan (Hindi Edition)...

    Munshi Premchand

    • 0
    • 0
    • 0
    मुंशी प्रेमचंद की कालजयी कहानियों में से एक "ठाकुर का कुआँ" सामाजिक अन्याय, जातिगत भेदभाव और शोषण पर गहरी चोट करती है। यह कहानी भारतीय समाज की उस सच्चाई को उजागर करती है जहाँ निम्न वर्ग के लोगों को मूलभूत अधिकारों से भी वंचित रखा जाता है। 
    कहानी एक गरीब दलित महिला की है, जो अपनी बीमार पति के लिए पानी लेने के लिए ठाकुर के कुएँ तक जाने की हिम्मत जुटाती है, लेकिन ऊँच-नीच के भेदभाव के कारण उसे अमानवीय स्थितियों का सामना करना पड़ता है। प्रेमचंद अपनी सशक्त लेखनी के माध्यम से सामाजिक बुराइयों पर करारा प्रहार करते हैं और पाठकों को सोचने पर मजबूर कर देते हैं। 
    यदि आप हिंदी साहित्य और सामाजिक यथार्थ से जुड़ी मार्मिक कहानियाँ पसंद करते हैं, तो यह ऑडियोबुक आपके लिए अवश्य सुनने योग्य है।
    Mostra libro
  • हवन - भाग्य की पवित्र अग्नि - cover

    हवन - भाग्य की पवित्र अग्नि

    Vahinji

    • 0
    • 0
    • 0
    अग्नि हमेशा से ही परिवर्तन का प्रतीक रही है - पुराने को नष्ट करके नए को जन्म देना। सनातन धर्म की प्राचीन परंपराओं में, हवन केवल एक अनुष्ठान नहीं है; यह एक ब्रह्मांडीय संवाद है, मानव अस्तित्व और दिव्य चेतना के बीच एक सेतु है। माना जाता है कि हवन की पवित्र लपटें, जो प्रसाद और मंत्रों से प्रज्वलित होती हैं, आत्मा को शुद्ध करती हैं, कर्म के बोझ को जलाती हैं और साधक को ब्रह्मांड की उच्च शक्तियों के साथ जोड़ती हैं। 
    लेकिन क्या होगा अगर हवन सिर्फ़ एक भेंट से ज़्यादा कुछ है? क्या होगा अगर, धुएं और राख से परे, इसमें समय के साथ खोए हुए रहस्य छिपे हों - ऐसे रहस्य जो भाग्य को ही बदल सकते हैं? 
    यह उपन्यास, "हवन - भाग्य की पवित्र अग्नि", पौराणिक कथाओं, आध्यात्मिकता और रहस्य का मिश्रण है , जो वैदेही की यात्रा को उजागर करता है , एक आधुनिक महिला जो अनजाने में एक प्राचीन भविष्यवाणी से बंधी हुई है। जब वह एक भूले हुए मंदिर और एक ऐसी आग पर ठोकर खाती है जो कभी नहीं बुझती, तो वह वास्तविकता, कर्म और हमारे जीवन को आकार देने वाली छिपी शक्तियों के बारे में जो कुछ भी जानती है, उस पर सवाल उठाने के लिए मजबूर हो जाती है। 
    इस पुस्तक के माध्यम से आप जानेंगे: 
    हवन के पीछे का लुप्त विज्ञान और शक्ति 
    प्राचीन अनुष्ठान आज भी हमारे भाग्य को कैसे प्रभावित करते हैं 
    कर्म और स्वतंत्र इच्छा के बीच शाश्वत संघर्ष 
    अज्ञानता से ज्ञानोदय तक आत्मा की यात्रा 
    यह कहानी सिर्फ़ अतीत की नहीं है; यह वर्तमान और भविष्य की भी कहानी है। यह हम सभी के बारे में है, जो नियति के चौराहे पर खड़े हैं, और एक ऐसी दुनिया में अर्थ की तलाश कर रहे हैं जो अक्सर अव्यवस्थित लगती है। 
    इन पन्नों को पलटते समय याद रखें— आग सिर्फ़ विनाश ही नहीं करती; यह शुद्ध करती है, रूपांतरित करती है और जागृत करती है। क्या आप आग की लपटों में उतरने के लिए तैयार हैं? 
    हवन की यात्रा में आपका स्वागत है।
    Mostra libro
  • 45 Rupye Mahine - Malgudi Days by R K Narayan - 45 रूपए महीने - मालगुडी डेज़ आर के नारायण - cover

    45 Rupye Mahine - Malgudi Days...

    R. R.K.Narayan

    • 0
    • 0
    • 0
    45 Rupye Mahine - Malgudi Days by R. K. Narayan - 45 रूपए महीने - मालगुडी डेज़ आर. के. नारायण 
    "कभी-कभी अपने परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने में आप उनकी खुशियों पर ध्यान देना भूल जाते हैं। कुछ ऐसा ही शांता के पिताजी वेंकटराव के साथ भी हो रहा था। शांता पिछले कई दिनों से अपने पिताजी के दिए हुए समय पर उनके साथ बाहर घूमने जाने के लिए तैयार हो जाती हैं लेकिन, वेंकटराव को हर बार उसका मैनेजर उसे ज़्यादा काम देकर रोक लेता है, जिस कारण वे शांता को बाहर नहीं ले जा पाता था। शांता बहुत दुखी हो जाती है। ऐसे में अपनी बच्ची को दिया वादा लगातार पूरा ना कर पाने के कारण वेंकटराव मैनेजर से बात करने जाता है।लेखक आर. के. नारायण 
    “मालगुडी डेज” भारत के प्रख्यात लेखक आर.के.नारायण द्वारा रचित एक काल्पनिक शहर की कहानी है और इसी तर्ज पर कन्नड़ अभिनेता और निर्देशक शंकर नाग ने इस पर 1986 में एक टीवी सीरियल का निर्देशन भी किया, जिसे 'मालगुडी डेज़' कहते हैं। मालगुडी, दक्षिण भारत के मद्रास से कुछ घंटों की दूरी पर स्थित एक काल्पनिक गाँव है जो की आर.के.नारायण की ही कल्पना थी। यह शहर मेम्पी जंगल के पास सरयू नदी के किनारे बसा हुआ है। इस जगह की वास्तविकता के बारे में खुद आर.के.नारायण भी अनजान थे। कई लोग इसे कोइम्बतुर में मानते हैं क्योंकि वहां पर भी ऐसी ही इमारतें और घर थे।
    Mostra libro
  • राज महल - हिंदी ऑडियो स्टोरी - cover

    राज महल - हिंदी ऑडियो स्टोरी

    Dharmendra Mishra, Himanshu...

    • 0
    • 0
    • 0
    "ये कहानी है उस राजमहल की... जहाँ राजा भगवान था, और प्रजा... उसकी बंधक। 
    स्वर्णकुश, एक सनकी तानाशाह जिसने राज्य को शोषण, यौन कुंठा और खौफ के नरक में झोंक दिया। 
    रानी त्रिशाला, सौंदर्य की देवी, लेकिन भीतर से जली हुई... 
    और विशालाक्ष, वो युवा जिसकी नज़र विद्रोह था, और शरीर एक तूफ़ान। 
    झरोखे के उस पार क्या छुपा था? 
    बलि... वासना... या कोई क्रांति? 
    धर्मेंद्र मिश्रा और हिमांशु त्रिपाठी द्वारा लिखित: 
    ‘राज महल’ 
    एक दहला देने वाली कथा… राजा, रानी और बगावत की।" 
    ........... 
    This is the story of a royal palace where the king was worshipped like a 'GOD' and the people were his prisoners. 
     Swarnkush: a mad tyrant, Queen Trishala: a goddess of beauty but burning inside, and Vishalaksh: a young rebel with a storm in his heart. 
     A tale of sacrifice, lust and rebellion written by Dharmendra Mishra and Himanshu Tripathi; a dark Hindi thriller that chills to the bone.”
    Mostra libro
  • Idiyan Panikkar - cover

    Idiyan Panikkar

    Vaikom Mohammed Bashir

    • 0
    • 0
    • 0
    முற்போக்கு இலக்கியம் முதன்மையான நடைமுறையாக இருந்த காலப் பகுதியில் எழுத்தில் ஈடுபட்டவர் பஷீர். 'ஜீவன் சாஹித்ய பிரஸ்தானம்' (வாழ்விலக்கிய இயக்கம்) என்று அழைக்கப்பட்ட போக்கைப் பிரதிநிதித்துவப்படுத்தியவர்கள் பஷீர், தகழி சிவசங்கர பிள்ளை, பி. கேசவதேவ், பொன்குன்னம் வர்க்கி ஆகியோர். இவர்களின் எழுத்தில் புதுவகையை உருவாக்கியவர் பஷீர். நடைமுறை உலகை மாற்றிப் புதிய உலகைச் சமைப்பதற்கான அறைகூவலைப் பிற எழுத்தாளர்கள் முன்னிருத்தினர். இந்த முழுமையற்ற உலகத்தை மாற்றி முழுமையான உலகைப் படைப்பது பற்றிய கனவை முன்வைத்தார்கள். ஆனால் பஷீர் இந்த முழுமையற்ற உலகை நேசித்தவராக இருந்தார். தீமையும் கீழ்மையும்இந்த உலகின் உயிரோட்டமான அம்சங்கள் என்று உணர்ந்திருந்தார். நடைமுறை உலகத்தால் புறக்கணிக்கப்பட்டவர்களேஅவரது கதை மாந்தர்களாக இருந்தனர். அவர்களது வாழ்க்கையே அவருக்குக் கதை நிகழ்வுகளாக இருந்தன. பொறுக்கிகள், வேசிகள், திருடர்கள், முட்டாள்கள், பைத்தியங்கள், ஏமாற்றுப்பேர்வழிகள் எல்லாரும் அவருடைய அன்புக்குரிய பாத்திரங்களாக இருந்தார்கள்.அந்தப் பாத்திரங்கள்மீது வாசகரும் அன்பு பாராட்டக் கட்டாயப்படுத்தியதுதான் பஷீர் கலையின் வெற்றி.
    Mostra libro
  • Khujli-Mujli-Kids Fantasy & Story Planet - Episod-5 - cover

    Khujli-Mujli-Kids Fantasy &...

    Dharmendra Mishra

    • 0
    • 0
    • 0
    Khujli-Mujli-Kids Fantasy & Story Planet🎧 बच्चों के लिए एक ऐसी ऑडियोबुक जो उन्हें हीरो बना देगी! 
    क्या आपका बच्चा भी बाकी बच्चों जैसा ही है? अगर हाँ, तो उसे मिलाइए खुजली और मुजली से! ये दो बच्चे कोई साधारण बच्चे नहीं, बल्कि उनके पास है एक असाधारण माइंड सुपरपावर! 
    ना कोई जादू, ना कोई मंत्र, बस आत्मबल और समझदारी की कहानी जो सिखाएगी कि सच्ची शक्ति हमारे अंदर ही होती है। 
    इस ऑडियोबुक में क्या है ख़ास? 
    प्रेरणादायक कहानी: खुजली एक डरा हुआ और मुजली एक उपेक्षित लड़का, पर जब ये साथ आते हैं तो सबकी सोच बदल देते हैं। 
    मज़ेदार क्विज़ और सीख: कहानी के साथ-साथ ऐसे क्विज़ जो बच्चों के दिमाग को तेज़ बनाएंगे। 
    आसान भाषा और प्यारी आवाज़: इस ऑडियोबुक को सुनने में बहुत मज़ा आएगा। 
    लेखक: जाने-माने बाल साहित्यकार धर्मेंद्र मिश्रा की अनोखी पेशकश। 
    यह ऑडियोबुक सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए है जो अपने अंदर की शक्ति को पहचानना चाहते हैं।
    Mostra libro