थोड़ा सा पता था कि कर सकता था
Darren. Cox
Publisher: Revival Waves of Glory
Summary
यह किताब बच्चों के लिए है और पुस्तक का विषय अपने आप पर विश्वास करना है
Publisher: Revival Waves of Glory
यह किताब बच्चों के लिए है और पुस्तक का विषय अपने आप पर विश्वास करना है
श्रेष्ठ बाल कहानियाँ चुनी हुई चुनिंदा कहानियों का संग्रह! इस किताब में गुजराती भाषा से अनुवादित चुनिंदा कहानियाँ हैं! ये कहानियाँ बच्चों के मन एक नेक दुनिया की तस्वीर बनाती है और बेहतर इंसान बनाने का अलख जगाती है! ऑडियो में इन कहानियों को सुनना बच्चों को अलग अनुभव प्रदान करता है!Show book
ये किताब बच्चों के लिए भी है और बड़ों के लिए भी! इसमें एक भारतीय रस है, जिसकी मिठास में सुनने वाल खो सा जाता है! ऐसी किताबें इस बात का प्रमाण हैं कि आज के समाज में कहानियाँ सुनना कितना जरूरी है!Show book
यदुराज उपन्यास को पढ़ रहे पाठको को नमस्कार । उपन्यास साहित्य की अति प्रसिद्ध विधा है । इस उपन्यास के लेखन से पूर्व देश की विभिन्न प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में मेरे समसामयिक मुद्दों पर आधारित आर्टिकल आते रहते थे, जिनको आप सबने ढेर सारा प्यार दिया । उपन्यास को लिखते समय विराम चिह्नों, मात्राओं इत्यादि का पूर्ण सावधानी से प्रयोग किया गया है, फिर भी मानव का स्वभाव होता है त्रुटि करना अगर भूलवश कुछ गलती रह जाये तो पाठकगण उसे मेरी अल्पज्ञता मानकर मेरी इस धृष्टता को क्षमा करे । आज के इस डिजिटल युग में पाठक जिस पुस्तक को पढ़ रहा है उसके लेखक से सम्पर्क करना भी सहज हो गया है, पाठक मेरी गलतियाँ व सुझाव मुझे सीधा भेज सकते है जिससे भविष्य में उन गलतियों से बचा जा सके । नमस्कार के साथ आप सबके आशीर्वाद का आकांक्षी, आशा व उम्मीद करता हूँ जिस भाव से मैंने इस उपन्यास को लिखा है उसी भाव से आप पढ़कर भावार्थ ग्रहण करोगे और पुस्तक आप सबके आशीर्वाद से हिंदी भाषी पाठको के अतिरिक्त अन्य भाषाओ में अनुदित होकर अन्य भाषी पाठको तक भी सहज पहुंचेगी ।Show book
झाँसी शहर की पुरानी बस्ती में मुन्ना विकास पुरी में रहता था और टोनी आज़ाद नगर में। ये दोनों मोहल्ले सटे हुए थे। मोहल्लों के बीच की सीमा पर एक नाली थी। मुन्ना और टोनी दोनों 11 वर्ष के थे और पड़ोस के सरकारी स्कूल में कक्षा 5 के विद्यार्थी थे। एक दिन दोपहर में टोनी विकासपुरी से होता हुआ आज़ाद नगर की तरफ आ रहा था। एक भूरे रंग का पिल्ला उसके पास आकर उसके पैरों को सूंघने लगा। पिल्ला बड़ा मासूम और प्यारा था। टोनी ने उसे पुचकारते हुए उसके माथे को धीरे से छुआ और अपने घर की और चल दिया। कुछ कदम चलने के बाद टोनी ने पीछे मुड़ कर देखा तो पाया पिल्ला उसके पीछे पीछे चला आ रहा था। नाली के पास आकर वह रुक गया। नाली उसके हिसाब से चौड़ी और गहरी थीShow book
श्रेष्ठ बाल कहानियाँ चुनी हुई चुनिंदा कहानियों का संग्रह! इस किताब में कन्नड़ भाषा से अनुवादित चुनिंदा कहानियाँ हैं! ये कहानियाँ बच्चों के मन एक नेक दुनिया की तस्वीर बनाती है और बेहतर इंसान बनाने का अलख जगाती है! ऑडियो में इन कहानियों को सुनना बच्चों को अलग अनुभव प्रदान करता है!Show book
'एलिस अजूबों की दुनिया में' किशोर पाठकों के लिए लुइस कैरोल की क़लम से लिखा गया विश्वप्रसिद्ध उपन्यास है। दुनिया की विभिन्न भाषाओं में अनूदित इस कथाकृति का यह हिन्दी अनुवाद प्रसिद्ध कथाशिल्पी कृष्ण बलदेव वैद ने किया है।उपन्यास के केन्द्र में है एलिस नाम की एक बालिका जिसके स्वप्न-जगत का इसमें दिलचस्प उद्घाटन हुआ है। अपने सपने में प्रवेश करके एलिस एक ऐसी दुनिया में जा पहुँचती है, जहाँ सबकुछ अजूबा है—सारी प्रकृति, पशु-पक्षी और तमाम तरह के कीट-पतंग। यहाँ तक कि वह स्वयं भी अपने रूप-सरूप में अजूबा हो उठती है। हैरान होती है अपने-आप पर और अपने आसपास पर। विचित्र, मूर्खतापूर्ण और निर्मम लगता है उसे उस दुनिया के ताश के पत्तों जैसे राजा-रानी का न्याय। वह न सिर्फ़ उनका विरोध करती है, बल्कि अपनी साहसपूर्ण बुद्धिमत्ता से उन्हें छकाती भी है।वास्तव में इस पुस्तक के सहारे लेखक ने मनोवैज्ञानिक तरीक़े से किशोर मानस की उस दुनिया की टोह ली है, जिसमें उसकी वास्तविक दुनिया ही एक नए रंग-रूप में मौजूद होती है। हिंदी में ये उपन्यास पहली बार ऑडियो में आयी है, इसे बच्चों को ज़रूर सुनाएँ!Show book